वहीं इस घटना को अपनी आंखो से देखने वाले बताते हैं कि उन्होने अपने जीवन में इस तरह का हादसा नहीं देखा था। कहा कि इस भयावह तस्वीर को वो जिंदगी भपर नहीं भूल पायेंगे। पत्रिका से बातचीत में वलीदपुर गांव के कई लोगों ने कहा कि ये कुदरत का कहर ही था कि हमारे लोग इतनी संख्या में जान गंवा बैठे। हादसे के प्रत्यक्षदर्शी युवक ने कहा कि हम सुबह उठे थे तब सब कुछ ठीक था पर भगवान से एक पल में ही सब कुछ छीन लिया।
सुविधा पर उठाये सवाल वहीं घायलों के साथ पहुंचे परिजन और गांव के लोगों ने कहा कि मऊ जिला असप्ताल में इलाज के लिए कोई भी समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे हमें राहत मिल सके। कहा कि 40 किलोमीटर दूर होने और इतनी बड़ी घटना होन के बाद भी स्वास्थ विभाग ने सिर्फ एक एंबुलेंस दिया ये हमारे लिए शर्मनाक है।
बतातें है कि वलीदपुर निवासी छोटू बढ़ई के घर महिलाएं सुबह करीब 7.30 बजे नाश्ता बना रही थी। उसी दौरान गैस रिसाव से सिलेंडर में आग लग गई। परिवार के लोेग आग बुझाने का प्रयास कर ही रहे थे कि सिलेंडर में विस्फोट हो गया। विस्फोेट इतना तेज था कि दो मंजिला कमान भूसे की ढेर की तरह ढ़ह गया। वहीं पड़ोस का एक मकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में मकान में रह रहे लोग तो दबे ही साथ ही राहत बचाव के लिए पहुंचे आसपास के लोग भी दब गये। मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने मलवा हटाकर लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है। अब तक करीब 35 लोग विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाए गए है जिनमें दस की मौत हो गयी है। जबकि 25 लोग घायल है।
बतातें है कि वलीदपुर निवासी छोटू बढ़ई के घर महिलाएं सुबह करीब 7.30 बजे नाश्ता बना रही थी। उसी दौरान गैस रिसाव से सिलेंडर में आग लग गई। परिवार के लोेग आग बुझाने का प्रयास कर ही रहे थे कि सिलेंडर में विस्फोट हो गया। विस्फोेट इतना तेज था कि दो मंजिला कमान भूसे की ढेर की तरह ढ़ह गया। वहीं पड़ोस का एक मकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में मकान में रह रहे लोग तो दबे ही साथ ही राहत बचाव के लिए पहुंचे आसपास के लोग भी दब गये। मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने मलवा हटाकर लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है। अब तक करीब 35 लोग विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाए गए है जिनमें दस की मौत हो गयी है। जबकि 25 लोग घायल है।
अस्पताल पहुंचे लोगों में शैलेश वर्मा 32 पुत्र रामाश्रय, रामबालक मद्धेशिया 57 पुत्र केशव, रीना 22 पुत्री कन्हैया, मोना 22 पुत्री छोटू, सुनीता 30 पत्नी भिर्गु नाथ, ममता 22 पुत्री कन्हैया, सोनम 21 पुत्री कन्हैया, चमेली 50 पत्नी स्वर्गीय नारायण, सुभावती 58 पत्नी स्वर्गीय खेदु, रामरति 50 पत्नी सत्यप्रकाश, अजीत 8 पुत्र भिर्गु नाथ, अर्चना 15 पुत्री बिरजू, संजना 16 पुत्री स्वर्गीय छोटू, इंद्रावती 45 पत्नी दूधनाथ शामिल है।