सांसद हरिनायारण ने खबर टेलीकास्ट नहीं करने की पत्रकारों को धमकी दी थी। पत्रकारों ने सांसद के मुख्यमंत्री को गाली देने के मामले में बेनकाब कर दिया। जिसके विरोध में सांसद ने चार पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज कर दिया। इसी विरोध में पत्रकारों ने बैठक कर सांसद के खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराने की तहरीर दी।
बतादें कि 25 अक्टूबर को जिले के घोसी लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के सांसद हरिनारायण राजभर का एक विवादित वीडियो प्रकाश में आया है। अवैध खनन को लेकर पत्रकारों के सवाल पर बोल रहे सांसद हरिनारायण राजभर ने जिले कि पुलिस की के साथ अपनी ही पार्टी के सीएम को गाली दी थी।
सांसद ने जिले के थाना सरायलाखन्सी क्षेत्र के चांदमारी इमिलिया में अवैध खनन कर रहे एक जेसीबी मशीन और मिट्टी लदे सात ट्रैक्टर को पुलिस से को पकड़वाया था लेकिन बाद में थाने के दारोगा द्वारा उनको बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया था। जिसको लेकर दारोगा के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर पुलिस उपमहानिरीक्षक को पत्र भेजा गया था। जिसके बारे में सांसद ने मीडिया से बातचीत के दौरान जिले कि पुलिस सहित सूबे के मुख्यमंत्री तक को अपशब्द कह डाले।
सांसद ने कहा था कि ‘वह तो योगी जाने…योगी प्रोटोकाल का ….अब पुलिस…का काम हम करें ये … रात भर खनन कराये और हम …चलकर गाड़ी पकड़वाये, यह हमारी हालत हो गई है’।
सांसद हरिनारायण राजभर इससे पहले भी कई बार इस तरह के अपशब्द बोल चुके हैं, लेकिन उसके बाबत पार्टी हाईकमान कि तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं हुई थी। जिससे उनका मनोबल लगातार बढ़ता गया और आज अपनी ही पार्टी के सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए अपशब्द बोल दिये।
By- Vijay Mishra