आपको बता दें कि मधुबन तहसील क्षेत्र के परशुरामपुर गांव निवासी मुस्लिम महिलाओं व युवक सइन ने मन्नत पूरी होने पर छठ पूजा में शामिल होकर अस्ताचलगामी व उदीयमान सूर्य को जलाशय में खड़ा होकर अर्घ्य दिया। परशुरामपुर के मुस्लिम युवक सइन ने दुबई बीजा प्राप्त होने के साथ मांगी गई छठ मैया की मन्नत सूर्य देव को अर्घ्य देकर पूरा किया।
सइन का कहना है कि दुबई के बीजा के लिए काफी प्रयास हो रहा था, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। बीजा के लिए छठ पूजा व्रत का उठाने की मन्नत के साथ ही सफलता हाथ लग गई। वहीं एक और मुस्लिम महिला शहनाज पत्नी मु. हासिम ने भी छठ व्रत किया। पिछले कई सालों से वह आस्था और विश्वास के साथ छठ पूजा कर रही है। शाहनाज छठ मैया की महिमा के चलते अस्वस्थ पुत्र के ठीक होने पर छठ पूजा का व्रत कई वर्षों से करती आ रही है। शहनाज का कहना है कि छठ पूजा की मन्नत के साथ परिवार को सुख-शांति मिली थी। उसका कहना है कि मानसिक व शारीरिक रूप अस्वस्थ पुत्र के स्वास्थ्य को लेकर परिवार के लोग हमेशा दुखी रहते थे। पुत्र के स्वस्थ होने को लेकर मांगी मन्नत पूरी होने पर वह छठ व्रत करना शुरू कर दी है। मुस्लिम व्रती महिला ने बताया कि वह छठ पर्व के नियमों का पूरी निष्ठा से पालन करती है। छठ पूजा करने से उनके परिवार को सुख और शांति मिली है।
मुस्लिम महिला की आस्था ने मधुबन के लिए एक मिसाल कायम कर दी है। छठी मैया की कृपा से उसके सब कष्ट दूर हो गए।
छठ व्रत पूजा की मन्नत के साथ ही सभी मनोकामनाएं पूरी हुई हैं।
शाहनाज ने बताया कि इस पर्व के लिए उसके परिवार की अन्य महिलाएं भी मदद करती हैं।