बात मऊ जिले की की जा रही है जहां की राजनीति में बाहुबली मुख्तार अंसारी का बड़ा दखल है। मऊ सीट को तो मुख्तार का गढ़ कहा जाता है, जबकि घोसी सीट पर भी अंसारी की बेहतर पकड़ है। यहां मुस्लिम वोट बड़ी तादाद में हैं। घोसी सीट पर उपचुनाव भी हो रहा है। पार्टी ने इसी बीच वहां से कांग्रेस जिलाध्यक्ष अश्विनी सिंह को हटाकर उनकी जगह इन्तेखाब आलम को जिला इकाई की जिम्मेदारी दी है।
बता दे कि घोसी उपचुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर है। 21 अक्टूबर को इस सीट पर मतदान होना है। काग्रेस ने घोसी में राजमंगल यादव को प्रत्याशी बनाया है। घोसी विधानसभा क्षेत्र में अगर मुस्लिम वोटों पर गौर करे तो उनकी संख्या 60 हजार के पार है और उनकी संख्या सबसे अधिक है। ऐसे में काग्रेस पार्टी ने ऐन चुनाव के वक्त यह बदलाव कर मुस्लिम वोटरों को रिझाने की कोशिश की है।
नए जिलाध्यक्ष के ऐलान के बाद पार्टी चुनाव में बेहतर प्रदर्शन का दावा कर रही है। नये जिलाध्यक्ष का पार्टी के कार्य़कर्ताओं और नेताओं ने नगर क्षेत्र के एक प्लाजा में गुरुवार को जोर दार स्वागत किया। साथ ही घोसी विधानसभा के उपचुनाव को जीतने की रणनीति बनायी। जहां पर पूर्व जिलाध्यक्ष सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्य़कर्ता मौजूद रहे।
इस दौरान नये जिलाध्यक्ष इन्तेखाब आलम ने कहा कि पार्टी हाइकमान ने जो जिम्मेदारी सौंपी है वह उसपर खरा उतरने की की कोशिश करेंगे। अपने प्रत्याशी को जिताने का भरपूर प्रयास किया जाएगा।