मखनू सिंह गैंग से जुड़कर चर्चा में आया था मुख्तार अंसारी
मुख्तार अंसारी सबसे पहले मखनू सिंह गैंग का सदस्य बना। इस गैंग की मुठभेड़ लगातार साहिब सिंह गैंग के साथ होती रहती थी। गैंग वार की यह लड़ाई कोयला खदानों पर बर्चस्व,रेलवे में ठेकेदारी, सड़क निर्माण में ठेकेदारी इत्यादि को लेकर होती थी। बाद में इसमें हत्या और अपहरण भी शामिल हो गया।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से शुरू हुआ था राजनीतिक सफर
उसरी चट्टी हत्याकांड से चर्चा में आए मुख्तार अंसारी का राजनीतिक सफर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में ही शुरू हो चुका था। सबसे पहले मुख्तार अंसारी 1996 में मऊ सदर सीट से विधायक चुना गया। उसके बाद 2002,2007,2012,और 2017 में लगातार पांच बार विधायक रहा। 2022 में उसका पुत्र अब्बास अंसारी मऊ सदर से विधायक है। वर्तमान में मुख्तार अंसारी सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी से जुड़ा हुआ था।
उसरी चट्टी हत्याकांड और मऊ में मन्ना सिंह हत्याकांड से चर्चा में आए मुख्तार अंसारी 2008 से जेल में बन्द था।