सवाल उठता है कि जेल में यह सारी चीजें आती कहां से हैं। जेल में दावत उड़ाने के लिए सामान कहां से आते हैं। चिकन मटन कहां से आता है और अगर हीरोइन और गांजा चरस का नशा हो रहा है तो यह सारे नशीले पदार्थ जेल में पहुंचते कैसे हैं। ऐसे कौन से पांव है जो इन ऊंची ऊंची दीवारों को लांग कर जेल में यह सारे सामान पहुंचाते हैं। अगर माना जाए तो इस सवाल का जवाब भी उसी वायरल वीडियो में कैदी देते हुए दिख रहे हैं। वीडियो में वीडियो में कैदी को यह कहते हुए सुना जा रहा है कि जेल में सब कुछ मिलेगा बस उसकी कीमत चुकाने के लिए जेब में पैसा होना चाहिए यही नहीं उसी वीडियो में कुछ लोग हाथों में पैसे लिए हुए भी देखे जा रहे हैं सवाल फिर वही है कि ऐशो आराम की यह सारे और रुपए जेल में कैसे पहुंचे। क़ैदी जेल अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। दावा करते दिख रहे हैं कि ये जेल अधिकारी इन सुविधाओं के लिए पैसे वसूलते हैं।
बाहर हाल इस वीडियो के सामने आने के बाद जेल प्रशासन ने इसकी जांच के लिए एलआईयू को लगा दिया है। हालांकि मऊ के पुलिस अधीक्षक को इस वीडियो को लेकर कुछ संदेह है उन्होंने कहा है कि इस वीडियो की सत्यता की जांच कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि यह वीडियो नया है या पुराना है इस बात की भी जांच कराई जाएगी। कुल मिलाकर अब देखना यह होगा कि उन्नाव जेल के बाद मऊ जेल में कैदियों के आराम भरी जिंदगी की कहानी कहते इस वीडियो को लेकर पुलिस और सरकार किस तरह के कदम उठाती है, क्योंकि अगर यही जेल है तो तरह की जेल की सजा से अपराध कम होने के बजाय शायद और बढ़े।