मऊ

बोले मुस्लिम समुदाय के लोग, तीन तलाक पर राजनीति करने वाली भाजपा को चुनाव में नहीं मिलेंगे वोट

कहा कि मुस्लिम वोटरों में पैठ बनाने के लिए लगातार इस मुद्दे को हवा दे रही भाजपा

मऊSep 19, 2018 / 09:38 pm

Ashish Shukla

बोले मुस्लिम समुदाय के लोग, तीन तलाक पर राजनीति करने वाली भाजपा को चुनाव में नहीं मिलेंगे वोट

मऊ. बुधवार को तीन तलाक पर केन्द्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए अध्यादेश को मंजूरी दे दी है। इसमें सरकार ने तलाक देने वाले को तीन साल के सजा का प्रावधान कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का बयान भी आया कि सबसे अधिक तीन तलाक के मामले यूपी में सामने आ रहे हैं। इसके बाद पत्रिका टीम ने मुस्लिम इलाकों में जाकर पड़ताल किया तो हैरान करने वाले बयान भी सामने आये। मुस्लिम धर्मगुरूओं ने सीधे सरकार पर आरोप लगाया कि तीन तलाक को लेकर सरकार राजनीति कर रही है।
राजनीतिक लाभ पाने के लिए हवा दे रही भाजपा

मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि इसे लेक सरकार का हर कदम राजनीतिक है। बीजेपी और उनके मंत्री राजनीतिक लाभ पाने के लिए लगातार इस मुद्दे को हवा दे रहे हैं ताकि मुस्लिम समुदाय के वोटरों में भाजपा की बैठ बन जाये। पत्रिका से बातचीत में समाजसेवी अरशद नोमानी का कहना है कि कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जो बयान दिया है कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम महिलाओं में अधिक तलाक के मामले सामने आते हैं। उनका बयान मात्र राजनीतिक लाभ पाने के लिए है । क्योंकि राजस्थान छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं जिसको देखते हुए उनकी तरफ से यह बयान दिया गया है । हालांकि मुस्लिम समाज में तलाक के बहुत कम मामले आते हैं। जो आते हैं वह नासमझी में आते है। समाजसेवी
नहीं होगा भाजपा को लाभ

वहीं इस मुद्दे पर स्थानीय जावेद का कहना है कि तीन तलाक कोई बड़ा मुद्दा नहीं है लेकिन आए दिन तीन तलाक के मुद्दे को लेकर चर्चा में बने रहना बीजेपी का काम है। यह मात्र राजनीतिक मुद्दा है इसमें कहीं से कोई भी लाभ नहीं मिलने वाला । वहीं नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन व समाजसेवी अरशद जमाल ने कहा कि मुस्लिम समाज में बहुत कम तलाक के मामले सामने आते हैं। लेकिन भाजपा इसे वोटबैंक बढ़ाने की कोशिश करना चाहती है। लेकिन उसे पता होना चाहिए कि भाजपा को चुनाव में हम इसका तिनका भर लाभ नहीं मिलने देंगे।
मुस्लिम समाज खुद है समझदार

मुस्लिम मौलाना अफ़रसुल हसन आजमी का कहना है मुस्लिम समाज के युवकों को यह पता है कि तीन तलाक एक गुनाह है । इसलिए वह तीन तलाक नहीं देना चाहते हैं क्योंकि जब कोई युवक किसी को तलाक देता है तो उस वक्त आसमान भी रो उठता है। जिसकी वजह से बहुत कम ही परिस्थितियों में तीन तलाक का मामला सामने आता है एक साथ तीन तलाक नहीं दिया जाता है फिलहाल इस मुद्दे को लेकर जिस तरीके से राजनीति हो रही है वह गलत है।
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