जिस मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया गया है वह 1999 में उस समय का है जब मुख्तार आगरा सेंट्रल जेल में बंद थे। उसी दौरान अचानक ही आगरा के उस समय के डीएम ने जेल में छापेमारी कर दी। कहा जाता है कि जेल की तलाशी के दौरान मुख्तार अंसारी के बैरक से मोबाइल और संदिग्ध वस्तुएं मिली थीं। इस मामले में बाहुबली मुख्तार के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में जगदीशपुरा में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। 2008 से मुकदमा लगातार चल रहा है, लेकिन बार-बार तारीखें पड़ने के बावजूद मुख्तार अंसारी अदालत में पेश नहीं हुए। अब इस मामले में वहां की एसीजेएम सप्तम की कोर्ट ने मुख्तार के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिये हैं।
इतना ही नहीं मुख्तार अंसारी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने को कहा गया है। बताते चलें कि मुख्तार अंसारी फिलहाल पंजाब की रोपड़ जेल में बंद हैं। वहां उन पर 10 करोड़ की रंगदारी का मुकदमा चल रहा है, जिस की सुनवायी के लिये पंजाब पुलिस जनवरी में मुख्तार को पंजाब ले गई थी। मुख्तार तब से पंजाब की रोपड़ जेल में ही बंद हैं।