बता दे कि शनिवार को घोसी कोतवाली के तिलईखुर्द गांव निवासी ओकेश यादव को पिढ़वल मोड़ पर रघुनाथ यादव के ट्रैक्टर की बैटरी चोरी करने के आरोप मारा पीटा जा रहा था। जिसके बाद ओकेश को घोसी पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस ने लोगों की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ बैटरी चोरी का केस दर्ज किया।
जिसके बाद रविवार की देर रात में उसकी तबियत अचानक ही खराब हो गयी। उसे तत्काल ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों को जब इसकी सूचना लगी तो परिजनों ने अच्छेलाल यादव और गुड्डू यादव निवासी हाजीपुर के उपर बैटरी चोरी का झूठा आरोप लगाकर मारने- पीटन व कोतवाली में झूठा केस दर्ज कराने का आरोप लगाया।
जिसके बाद रविवार की देर रात में उसकी तबियत अचानक ही खराब हो गयी। उसे तत्काल ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों को जब इसकी सूचना लगी तो परिजनों ने अच्छेलाल यादव और गुड्डू यादव निवासी हाजीपुर के उपर बैटरी चोरी का झूठा आरोप लगाकर मारने- पीटन व कोतवाली में झूठा केस दर्ज कराने का आरोप लगाया।
इसके साथ ही मृतक ओकेश कुमार यादव को पुलिस हिरासत में लिये जाने के बावजूद मेडिकल परिक्षण न कराये जाने के आरोप में प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार पाठक को तत्काल ही पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य़ ने लाइन हाजिर कर दिया । सम्पूर्ण प्रकरण का विभागीय जांच अपर पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव द्वारा कराया जा रहा है। इसके साथ ही मृतक के शव का मजिस्ट्रेट द्वारा पंचनामा कराकर पोस्मटमॉर्टम किया जा रहा है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के गाइड लाइन के अनुसार सम्पूर्ण प्रकरण की मजिस्ट्रीरियल जांच जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश द्वारा कराई जा रही है।