बतादें कि कार्यशाला के दौरान जागरुक करते हुए उप परिवहन आयुक्त लक्ष्मीकान्त मिश्रा ने बताया कि पुरी दुनिया में जितने भी देश है, उनके मुकाबले हमारे भारत देश में सङक हादसों की स्थिती ज्यादा गंभीर है। इसके अलावा अपने देश में अपने उत्तर प्रदेश की स्थिती और भी ज्यादा गंभीर है। एक ब्राजीलीया सम्मेलन हुआ था जिसमें कई देशों के 22 सौं प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। उस सम्मेलन में सभी ने संकल्प लिया था कि 2020 तक वर्तमान में जो भी सङक दुर्घटनाएं हो रही है, उसकों हम आधा करेंगे।
उसी के दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा साल भर में चार सङक सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। जो कि पहले केवल वर्षभर में एक ही मनाया जाता था। उसी क्रम में यह तृतिय सङक सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। अभी वाहनों पर जुर्माना बढाया गया था, इसके अलावा यातायात नियमों को सख्ती से पालन कराया जा रहा था। जिस कारण सङक हादसों में भारी कमी आयी है। प्रदेश के दसों जिलें जिनमें सङक हादसों में कमी आयी है, उनमें वाराणसी और गाजीपुर जनपद भी सामिल है। मऊ जनपद में पिछले वर्ष सङकों हादसों के मुकाबले इस वर्ष 10 प्रतिशत की कमी आय़ी है। जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में सङकों हादसों में बङी कमी आयेगी।
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