फर्जी पासपोर्ट मामले में फर्जी मार्कशीट लगाकर बड़े पैमाने पर पासपोर्ट बनाने के अवैध कारोबार के खुलासे के बाद हड़कम्प मचा हुआ है। बड़ी बात यह कि इस अवैध कारोबार का संचालन पुलिस अधीक्षक कार्यालय की एलआईयू शाखा से हो रहा था। एक सप्ताह पहले किसी गुमनाम की शिकायत के बाद इसका भांडाफोड़ हुआ। इसका संज्ञान लेते हुए एसपी ने एलआईयू शाखा में जांच-पड़ताल शुरू की। इस मामले में एलआईयू ऑफिस की मुख्य आरक्षी संध्या मिश्रज्ञ व आरक्षी अनिल विश्वकर्मा के पर 10-10 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर दिया गया, जबकि इसकी अगली कड़ी में एलआईयू के हीएक इंस्पेक्टर सहित एसआई को हिरासत में ले लिया गया।
इसके साथ ही फरार आरोपितों पर भी कार्य़वाही की जा रही है। जबसे फर्जी पासपोर्ट का मामला प्रकाश में आया है, तबसे एलआइयू दफ्तर की मुख्य आरक्षी संध्या मिश्रा व आरक्षी अनिल विश्वकर्मा फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। मुख्य आरोपितों के गिरफ्तारी में देरी होने के चलते पुलिस अधीक्षक ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत इनाम घोषित किया।
By Ran Vijay Singh