बतादें कि प्रदर्शन के दौरान शिक्षक कृष्णानन्द राय ने बताया कि 20 दिसम्बर को जब शिक्षक प्रतिनिधि उनके कार्यालय कक्ष में नियम विरुद्ध कार्यों और प्रताड़ना पर वार्ता कर रहे थे। उसी समय अपना आपा खोकर उन्होंने रिवाल्वर निकालकर जिलाध्यक्ष कृष्णानन्द राय व अन्य को जान से मारने की धमकी दी। जिसकी तहरीर उसी दिन थाना सरायलखंसी में दी गयी। जिसकी एफआईआर अभी तक दर्ज नही किया गया। पूरा वाकया कार्य़ालय कक्ष के सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड है, उसे भी खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। जिलाप्रशासन भी इसमें सहयोग कर रहा है।
आगे बताया कि शिक्षकों को विभागीय भ्रष्टाचार के खिलाफ मुंह खोलने पर झूठे आरोपों में निलम्बित कर भय का वातावरण बनाया जा रहा है। शासनादेशों के विरुद्ध निलम्बन, बहाली एवं दंडित किया जा रहा है। शिक्षकों के वेतन कटौती की बहाली, चयन वेतनमान और अन्य प्रार्थना पत्रों पर 15 महीनों में भी नियमानुसार कार्यवाही नहीं की जा रही है। इसलिए हम लोगों की मांग है कि रिवाल्वर से जान मारने की धमकी देने का आपराधिक प्रकरण में एफआईआर दर्ज कराते हुए सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही की जाये।
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