बसपा के पूर्व सांसद सांसद सालिम अंसारी के आवास पर हुई बैठक में इसपर फैसला लिया गया। सीएए के खिलाफ आंदोलन के अगले चरण में महिलाओं की भागीदारी को लेकर वहां राय बनी।
मीटिंग में तय हुआ है कि नौ फरवरी की सुबह 11 बजे से लेकर शाम चार बजे तक छित्तनपुरा ईदगाह मैदान में महिलाओ का शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन होगा। पहले चरण में ये धरना प्रदर्शन एकदिवसीय होगा। इसके बाद आगे के कदम के लिये अगली बैठक में फैसला लिया जाएगा। फिलहाल इस बैठक में वक्ताओं ने स्पष्ट किया है कि ये लड़ाई काले कानून को वापस लिये जाने तक लड़ी जाएगी।
बताते चलें की मऊ में नगरिकता संशोधन कानून पास होने के ठीक बाद ही विरोध प्रदर्शन हुआ, जो शाम को हिंसक हो गया। यहां पथराव और आगजनी भी हुई। इसके बाद से ही यहां पुलिस प्रशासन ऐसे किसी भी विरोध प्रदर्शन को लेकर सतर्क है। अब अगर महिलाएं विरोध के लिये आगे आती हैं तो इनसे निपटना पुलिस के लिये एक चुनौती होगी।
बैठक में पूर्व सांसद सालिम अंसारी, नगरपालिका अध्यक्ष तैय्यब पालकी, पूर्व चेयरमैन अरशद जमाल, हाजी ज़ुल्फ़िक़ार अलका, मौलाना खुर्शीद मिफ्ताही, मौलाना इफ्तेखार मिफ्ताही, मौलाना मज़हर मदनी, मौलाना मज़हर आज़मी, मुफ़्ती अनवर अली, मौलाना इक़बाल मोहम्मदी, मौलवी कमाल करिश्मा, अज़ीम मेट्रो, हाजी शकील यूनाइटेड, उज़ैर गिरहस्थ, अरविंद मूर्ति, बसंत, ओवैस तरफदार, जमाल अख्तर अर्पण, अबुलाइस शाह, हाजी जफर जनता इत्यादि लोग उपस्थित थे।
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