यह भी पढ़ेंः बिजली चोरी करने वालों पर योगी सरकार का चला चाबुक, 5 घंटे में हुई यह बड़ी कार्रवाई, मचा हड़कंप, देखें वीडियो इस बार नील की गली में बंगाली कारीगरों के परिवारों ने अनोखा काम किया। इस बार कारीगरों ने बलि प्रथा को हमेशा के लिए खत्म कर दिया और मां के 101 श्रद्धालुओं ने रक्तदान किया। नील गली एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. संजीव अग्रवाल ने बताया कि वर्षों से चली आ रही बलि प्रथा जो कि महिसुरमंदनी को प्रसन्न करने को दी जाती थी। उसको खत्म करते हुए इस वर्ष ब्लड कैंप का आयोजन करवाया गया। जिसमें 101 श्रद्धालुओं ने देवी को प्रसन्न करने के लिए रक्तदान किया।
देवी को बलि के रूप के मानवरक्त रक्तदान कर अर्पित किया। आशुतोष अग्रवाल ने कहा कि अब से हम आगे भी हमेशा ही रक्तदान करेंगे, क्योंकि बलि प्रथा व्यर्थ है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपायुक्त उद्योग वीरेंद्र कौशल, चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रवीण बंसल रहे। देवी पूजन एवं रक्तदान शिविर में हिंदू, मुस्लिम सभी समुदाय के लोगों ने सहयोग दिया।