टीईटी पेपर आउट प्रकरण मामले में जब तक इससे जुड़ा शातिर एसटीएफ या पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ता यहीं माना जाता है कि फरार आरोपी ही शातिर मास्टरमाइंड है। लेकिन जब पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की जाती है तो नए राज खुलकर सामने आते हैं। इस बार भी पकड़े गए लोगों से नए राज खुले हैं। जिसके अनुसार पेपर आउट (paper out) वाले दिन प्रदेश भर में 11 गैंग सक्रिय थे। ये 11 गैंग कहां और किस—किस जिले में सक्रिय थे। इसका पता लगाने के लिए एसटीएफ ने टीमें तैयार की है।
वहीं दूसरी ओर टीईटी प्रकरण में अजित उर्फ बिट्टू निवासी खेड़ा हटाना बड़ौत और सुमित निवासी सोनीपत हरियाणा अभी तक एसटीएफ के हाथ नहीं लगे हैं। इन दोनों की तलाश में एसटीएफ ने अब दिल्ली में डेरा डाल दिया है। एसटीएफ इनके संपर्कों को भी खंगाल रही है। एसटीएफ ने अभी तक इन दोनों की तलाश में कई राज्यों की खाक छान ली है। लेकिन अभी तक इनका कहीं पता नहीं चल सका है। वहीं सूत्रों की माने तो दोनों आरोपी कोर्ट में आत्मसमर्पण की फिराक में हैं।
यह भी पढ़े : इस शहर में हुई थी 7 लाख रुपये में डील, हरियाणा तक एसटीएफ ने बिछाया जाल एसटीएफ को सबसे अधिक जानकारियां विकास पंवार निवासी एलम कांधला से मिली हैं। इसी विकास ने एसटीएफ को आरोपी अजित उर्फ बिट्टू और सुमित के बारे में काफी अहम जानकारियां दी थी। विकास से ही पता चल सका कि पूरे प्रदेश में 11 गैंग पेपर आउट कांड से जुड़े हैं।
11 गैंग में शामिल लोगों की पहचान बनी एसटीएफ के लिए चुनौती
एसटीएफ को ये जानकारी तो मिल गई है कि टीईटी पेपर लीक मामले में 11 गैंग प्रदेश भर में सक्रिय थे। लेकिन इन 11 गैंगों में कौन—कौन शामिल हैं यह पता लगाना एसटीएफ के एक बड़ी चुनौती होगी। एसटीएफ की राह तब तक आसान नहीं होगी जब तक कि फरार दो आरोपी इसके हत्थे न चढ़े।