कुख्यात धर्मेंद्र पश्चिमी
यूपी के अलावा उत्तराखंड दिल्ली और हरियाणा में भी गिरोह बनाकर अपराध करता था। बीते वर्ष 12 दिसंबर को किरठल गांव में
किसान इरशाद अली की चुनावी रंजिश को लेकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में धर्मेंद्र किरठल फरार चल रहा था। इससे पहले शासन के निर्देश पर पुलिस ने उसकी 60 लाख कीमत की संपत्ति कुर्क कर दी थी। बाद में
आईजी प्रवीण कुमार ने उसके ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। पुलिस के अनुसार पिछले पंचायत चुनाव में धर्मेंद्र किरठल की मां सुरेश देवी जिला पंचायत सदस्य और पत्नी सुदेश देवी ग्राम प्रधान बनी थी। इस बार भी उसके परिजन चुनाव लड़ने की फिराक में थे लेकिन पुलिस के लगातार दबाव के चलते वह ऐसा नहीं कर पाए। पिछले दिनों चुनाव के दौरान
धर्मेंद्र किरठल के गांव के आसपास गतिविधियों की सूचना पुलिस को मिली थी। तब पुलिस ने ड्रोन कैमरों से जंगल को खंगाला था, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला था। अब पुलिस ने इसे देहरादून से गिरफ्तार किया है।