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काम की खबर: अब कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकेगी ये नई दवा कोरोना को हराने वालों में इन बच्चों में नवजात से लेकर 15 साल तक के बच्चे शामिल हैं। इनमें से कुछ बच्चे ऐसे भी हैं, जिनकी पांच दिन में ही जांच रिपोर्ट निगेटिव हो गई। इनको घर पर आईसोलेशन में रखा गया है। नोडल अधिकारी कोविड वार्ड डॉ. तुगंवीर सिंह आर्य ने बताया कि बच्चों में वायरस का असर कम होता है, जिससे वे जल्दी ठीक हो जाते हैं।
बता दें कि जिले में जन्माष्टमी पर कोरोना 23 नए मरीज मिले। इन नए संक्रमितों में पुलिसकर्मी, हाउस वाइफ और दुकानदार भी शामिल हैं। जन्माष्टमी के दिन 16 लोगों ने कोरोना को मात दे दी और अपने घर पहुंच गए। जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 99 पहुंच गई है। जिले में इस समय 376 एक्टिव केस हैं। अब तक मेरठ में 115606 लोगों को कोरोना टेस्ट हो चुका है, जिनमें 113749 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, बुधवार को 808 लोगों के सेंपल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें से 36 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें 23 लोग नए संक्रमित हैं।
मेरठ में मिल रहे नए संक्रमितों के कारण कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। बाजारों में लोगों की बढ़ती भीड़ और लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण पर रोक नहीं लग पा रही है। जिले में इस समय 66 कोरोना संक्रमित होम क्वारंटाइन हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी डाॅ. विश्वास चौधरी ने बताया कि कोरोना के मिल रहे नए मरीजों के कारण संक्रमण पर काबू पाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक नहीं हो रहे है। इस कारण नए मरीजों की संख्या में बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि बाजारों में बढ़ती भीड़ और लापरवाही के कारण नए मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसके लिए लोगों को खुद भी जागरूक होना होगा तभी संक्रमण पर काबू पाया जा सकता है।