यह भी पढ़ेंः कमलेश तिवारी हत्याकांड: शिव सेना ने यूपी पुलिस का पुतला फूंका, योगी सरकार को दिया अल्टीमेटम बता दें कि कमालपुर गांव निवासी अधिवक्ता मुकेश शर्मा की देर शाम खाना खाने के बाद घूमते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुकेश शर्मा वरिष्ठ अधिवक्ता थे और बार संघ के सदस्य भी थे। उनकी मौत के बाद पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। देर रात डीएम अनिल ढींगरा भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। प्रथम दृष्टया मुकेश शर्मा की हत्या के पीछे प्रोपर्टी का विवाद सामने आया था। इसके अलावा सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ भी मुकेश शर्मा लगातार शिकायत करते रहते थे। आरटीआई के माध्यम से भी उन्होंने क्षेत्र के भूमाफिया नौशाद और जुबैर के खिलाफ कई शिकायत कर रखी थी।
यह भी पढ़ेंः 10 जनपदों के मुस्लिमों ने बनाई अलग पार्टी, कांग्रेस-सपा-बसपा पर लगाया ठगने का आरोप, देखें वीडियो पुलिस ने हत्याकांड में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की और आरोपियों की खोजबीन शुरू की। एसएसपी ने मामले के खुलासे के लिए आधा दर्जन टीमें लगा रखी थीं। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने नामजद आरोपियों को हिरासत में लेते हुए उनसे पूछताछ की तो कई सनसनीखेज जानकारी हाथ लगी। जानकारी के अनुसार जमीन पर अवैध कब्जों की शिकायत करने की रंजिश में ही मुकेश शर्मा की हत्या की गई। हालांकि इससे ज्यादा जानकारी फिलहाल नहीं मिल सकी है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने मुकेश शर्मा के भतीजे ओमकार को भी हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। उसकी मिलीभगत भी इसमें शामिल आ रही है। फिलहाल पुलिस उससे अभी और पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस इस मामले में अभी खुलकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।