बता दें कि दो साल से कोरोना का कहर था। इस वजह से जेल में बंद अपने भाइयों को बहनें राखी नहीं बांध सकी थी। अब कोरोना कम होने के बाद एक बार फिर जेल में खुशियों का त्योहार रक्षाबंधन मनाया गया। हालांकि इस बार रक्षाबंधन के पर्व पर जेल प्रशासन ने बंदियों को राखी बांधने का खास इंतजाम किया थे। जेल प्रशासन की ओर से सुबह से बहनों को जेल में बंद भाइयों की कलाई पर राखी बांधने का मौका दिया गया। वहीं महिला कारागार में भाइयों को बहनों को राखी बांधने का मौका मिला।
यह भी पढे़ं : रक्षाबंधन पर एक्सप्रेसवे से लेकर एनएच 58 तक भीषण जाम, दो घंटे का सफर पांच घंटे में पूरा जेल में अपने भाइयों से मिलने और उन्हें राखी बांधने के बाद वहां का माहौल भावुक हो गया। जेल से बाहर आने वाली बहनों की आंखों में आंसू थे और बार-.बार वे अपने भाइयों से मिलने के लिए और समय मांगती नजर आईं। राखी बांधकर निकलीं बहनों ने कहा कि राखी के पर्व पर भाई से भविष्य में अपराध से दूर रहने का वचन लिया है। जेलों में बंदियों के व्यवहार में सुधार लाने और उन्हें अपराध की प्रवृत्ति से दूर रखने के उद्देश्य से आयोजित रक्षाबंधन के पर्व पर जेल प्रशासन भी काफी उत्साहित नजर आया। वहीं इस दौरान जेल प्रशासन ने सीसीएसयू के छात्रों द्वारा बहनों के लिए की गई व्यवस्था की भी तारीफ की। जेल प्रशासन ने छात्र नेता विनीत चपराना का धन्यवाद किया। जिन्होंने सुबह से ही जेल में आने वाली बहनों की सुविधाओं के लिए कमान संभाली हुई थी।