scriptजेल के बंदियों के लिए दो साल में खुशियां लेकर आया रक्षाबंधन, बंदी भाइयों को बहनों ने बांधी राखी | After two years sisters tied rakhi to brothers in Meerut jail on Rakshabandhan | Patrika News

जेल के बंदियों के लिए दो साल में खुशियां लेकर आया रक्षाबंधन, बंदी भाइयों को बहनों ने बांधी राखी

locationमेरठPublished: Aug 12, 2022 09:45:03 pm

Submitted by:

Kamta Tripathi

मेरठ की चौधरी चरण सिंह जिला कारावास में दो साल के बाद जेल में बंद भाइयों के लिए इस बार रक्षाबंधन खुशियां लेकर आया। बहनें जब अपने बंदी भाइयों से मिली तो दोनों की आंखों में खुशियों के आंसू छलक उठे। वहीं इस दौरान सुबह 6 बजे से ही भाइयों से मिलने के लिए लाइन में लगी बहनों को सीसीएसयू के छात्रों ने फल और पानी की बोतलें बांटी। इससे धूप में लाइन में लगी बहनों को काफी राहत मिली।

जेल के बंदियों के लिए दो साल में खुशियां लेकर आया रक्षाबंधन, बंदी भाइयों की कलाई में बहनों ने बांधी राखी

जेल के बंदियों के लिए दो साल में खुशियां लेकर आया रक्षाबंधन, बंदी भाइयों की कलाई में बहनों ने बांधी राखी

मेरठ जेल में दो साल बाद रक्षाबंधन का पर्व बंदियों के लिए खुशियां लेकर आया। सैकड़ों बहनें जेल में बंद आने भाइयों को राखी बांधने जेल पहुंचीं। हालांकि इसके लिए जेल प्रशासन ने काफी इंतजाम किए थे लेकिन तेज गर्मी और धूप के चलते बहनों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा। मेरठ जेल में बंद बंदियों को बहनें राखी बांधने के लिए सुबह से ही पहुचना शुरू हो गई थी। जिसके चलते जेल के बाहर काफी भीड़ एकत्र हो गई थी। वहीं सीसीएसयू के छात्रों ने भी जेल के बाहर बहनों की सुविधाओं के लिए केला और पानी की व्यवस्था की हुई थी। सीसीएसयू के छात्र नेता विनीत चपराना ने जेल में राखी बांधने आई बहनों के लिए केला और पानी की व्यवस्था की थी। इस दौरान लाइन में लगी हर बहन को उन्होंने और उनके साथ आए छात्रों ने केला और पानी देकर गर्मी और धूप में उनकी मदद की।
बता दें कि दो साल से कोरोना का कहर था। इस वजह से जेल में बंद अपने भाइयों को बहनें राखी नहीं बांध सकी थी। अब कोरोना कम होने के बाद एक बार फिर जेल में खुशियों का त्योहार रक्षाबंधन मनाया गया। हालांकि इस बार रक्षाबंधन के पर्व पर जेल प्रशासन ने बंदियों को राखी बांधने का खास इंतजाम किया थे। जेल प्रशासन की ओर से सुबह से बहनों को जेल में बंद भाइयों की कलाई पर राखी बांधने का मौका दिया गया। वहीं महिला कारागार में भाइयों को बहनों को राखी बांधने का मौका मिला।
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जेल में अपने भाइयों से मिलने और उन्हें राखी बांधने के बाद वहां का माहौल भावुक हो गया। जेल से बाहर आने वाली बहनों की आंखों में आंसू थे और बार-.बार वे अपने भाइयों से मिलने के लिए और समय मांगती नजर आईं। राखी बांधकर निकलीं बहनों ने कहा कि राखी के पर्व पर भाई से भविष्य में अपराध से दूर रहने का वचन लिया है। जेलों में बंदियों के व्यवहार में सुधार लाने और उन्हें अपराध की प्रवृत्ति से दूर रखने के उद्देश्य से आयोजित रक्षाबंधन के पर्व पर जेल प्रशासन भी काफी उत्साहित नजर आया। वहीं इस दौरान जेल प्रशासन ने सीसीएसयू के छात्रों द्वारा बहनों के लिए की गई व्यवस्था की भी तारीफ की। जेल प्रशासन ने छात्र नेता विनीत चपराना का धन्यवाद किया। जिन्होंने सुबह से ही जेल में आने वाली बहनों की सुविधाओं के लिए कमान संभाली हुई थी।
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