scriptMuharram 2022 : इस्लाम और इंसानियत को बचाने के लिए गमगीन माहौल में उठाए अलम-ए-मुबारक | Alam-e-Mubarak raised in a gloomy atmosphere on the eighth day of Morharram 2022 in Meerut | Patrika News

Muharram 2022 : इस्लाम और इंसानियत को बचाने के लिए गमगीन माहौल में उठाए अलम-ए-मुबारक

locationमेरठPublished: Aug 07, 2022 09:05:56 pm

Submitted by:

Kamta Tripathi

Muharram 2022 in Meerut इस्लाम और इंसानियत को बचाने के लिए गमगीन माहौल में उठाए अलम-ए-मुबारक मोर्हरम की आठवी तारीख इमाम हुसैन की फौज के सिपेहसलार सेनापति हजरत अब्बास की शहादत से जुड़ी है। जिसके साये में कर्बला में इस्लाम और इन्सानियत को बचाने के लिये जंग लड़ी गई थी। सरहदों की बंदिशों से हटकर यह अलम-ए-हजरत अब्बास दुनिया के कोने कोने में उठाया जाता है जा हजरत इमाम हुसैन की फतेह का ऐलान है।

Morharam 2022 : इस्लाम और इंसानियत को बचाने के लिए गमगीन माहौल में उठाए अलम-ए-मुबारक

Morharam 2022 : इस्लाम और इंसानियत को बचाने के लिए गमगीन माहौल में उठाए अलम-ए-मुबारक

Muharram 2022 in Meerut आज सुबह से ही जगह-जगह अलम-ए-हजरत अब्बास नन्हें बच्चों ने सक्का बनकर उठाये। मजलिसों और जुलूसों नजर नियाज का सिलसिला जारी रहा। शहर सहित जैदी फार्म लोहिया नगर में भी अनेकों स्थानों से 72 से अधिक अलम-ए-मुबारक उठाये गये। इसी क्रम में अजाखना शयक अली कोटला से रात्री 9 बजे कदीमी अन्जूमन इमामिया के जेरे इन्तेजाम जुलूस अलम-ए-मुबारक हजरत अब्बास बड़ी अकीदत और गमगीन महौल में बरामद होकर वैली बाजार, छोटी कर्बला होता हुआ मनसबिया घंटाघर देर रात्रि पहुंचकर सम्पन्न हुआ। जुलूस में हुसैनी सौगवारों ने मातम करके हजरत इमाम हुसैन और शौहदाये कर्बला को अपने खून का नजराना पेश किया। जिसे देखकर लोग गमगीन और लरज उठें। जुलूस में अन्जूमन इमामिया के वाजिदों ने अपने नौहों में हुुसैनियत का पैगाम दिया। जुलूस में अंजूमन दस्ता-ए-हुसैनी के संस्थापक व अध्यक्ष अलहाज सै0 शाह अब्बास सकवी व अन्जुमन के हुसैनी रजाकार व बड़ी सख्या में हुसैनी सौगवार शरीक रहे। जुलूस में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही।

इसके अतिरिक्त पूर्व में रात्री 8 बजें कोठी अतानक स्थित मौलाना अफजाल हुसैन मरहूम के अजाखाने सेे जुलूस अलम-ए-मुबारक हजरत अब्बास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बरामद होकर हुसैनाबाद डा0 इकबाल हुसैन मरहूम के अजाखाने पहुचँ जहां हाजी काजिम हुसैन जैदी के अजाखाने से तालिब अली जैदी के प्रबन्ध में दूसरा मन्नती अलम-ए-मुबारक बरामद होकर इसी जुलूस में शामिल हुआ। जुलूस घंटाघर मनसबबिया पहुंचकर सम्पन्न हुआ। जिसमें अन्जूमन तन्जीम-ए-अब्बास के सफदर हिन्दुस्तानी, अतीक-उल-हसन, कासिफ, दारेन ज़िया जै़दी ने पुरदर्द नौहे पढ़े। जुलूस के आयोजक गजनफर अब्बास रहे।

हाजी डा0 मज़हर जैदी मरहूम के अज़ाखाने सैक्टर 10 शास्त्री नगर से अलम-ए-मुबारक बरामद होकर पंजेतनी इमामबारगाह पहुंचा। जिसमें अनेकों अज़ाखानों से अलम-ए-मुबारक बरामद होकर इस जुलूस में शामिल हुये। नन्हे-मुन्ने बच्चे अलम-ए-मुबारक उठाकर अपनी अकीदत का इज़हार कर रहे थे। दूसरा जुलूस जैदी फार्म स्थित इम्तियाज हुसैन मंगू मरहूम के अज़ाखाने से जुलूस अलम-ए-हजरत अब्बास 2 बजे दिन बरामद होकर मुबारक हुसैन मरहूम के अजाखाने धोबी वाली गली पहुंचा जहां पर आयोजक अयाज़ हुसैन रहे। जुलूस में बड़ी संख्या में हुसैनी सौगवारों ने मातम किया।
जावेद रजा बाशूए अरशी नकवी, शाहनवाज हुसैन, शबीह जैदी आदि ने पुरदर्द नौहे पढ़े। इसी क्रम में सैक्टर 4 के अज़ाखानों से अलम-ए-मुबारक बरामद होकर शाहजलाल हॉल सै0 सेक्टर चार पहुंचा। जहां पर नौ मौहर्रम कमेटी के मीडिया प्रभारी अली हैदर रिज़वी ने बताया कि शहर सहित जैदी फार्म में भी रात्रि में सभी अज़ाखानों और इमाम बारगाहों में हुसैनी सौगवारों का गश्त रहेगा।
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