मीरपुर जखेड़ा निवासी अनिल ने बताया कि मंगलवार की रात उनका भाई सोनू सिवालखास स्थित दूध प्लांट पर बोलेरो गाड़ी लेकर गया था। रात दस बजे तक वापस न लौटने पर उसके मोबाइल पर कॉल किया गया। लेकिन फोन रिसीव नहीं हुई। तलाश में निकले तो बोलेरो गाड़ी सिवालखास-जखेड़ा मार्ग पर किनारे खड़ी मिली। सोनू लहूलुहान हालत में गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर पड़ा था। उसकी कनपटी पर गोली लगी थी। उपचार के लिए उसे मेरठ के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने सोनू को मृत घोषित कर दिया।