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ससुराल में सहेली से मिलने की जिद पर युवती को खंभे से बांधकर पीटा प्रदेश में योगी सरकार ने आते ही बेटियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया था। थाने स्तर पर टीम बनाकर छेड़छाड़ करने वालों पर शिकंजा कसा गया था। यह कुछ दिन अभियान चला, लेकिन उसके बाद एंटी रोमियो स्क्वायड कहीं दिखाई नहीं दिया। इससे बहू-बेटियों से छेडख़ानी की घटनाएं बढ़ गई।
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परिवार के लोगों के बीच हुआ खूनी संघर्ष, कई घायल, सामने आयी ये वजह एडीजी प्रशांत कुमार और आईजी आलोक सिंह ने अफसरों की मीटिंग लेकर मौजूदा छेडख़ानी की घटनाओं पर विमर्श किया। इसके बाद एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया गया। दोबारा थाना स्तर पर टीम बनाकर छेडख़ानी करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी शुरू की जा रही है। इसको लेकर आईजी मेरठ रेंज ने मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, हापुड़, नोएडा और बुलंदशहर के एसएसपी से पूर्व में एंटी रोमियो स्क्वायड की जानकारी मांगी। आईजी आलोक सिंह का कहना है कि बेटियों की सुरक्षा पुलिस की जिम्मेदारी है। इसको देखते हुए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया गया है। महिला अपराध के प्रति योगी सरकार गंभीर है।
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