एटीएस और सुरक्षा जांच एजेंसियां मेरठ जोन समेत एनसीआर में मौलाना कलीम का नेटवर्क खंगाल रही हैं। ऐसे लोगों की सूची बनाई जा रही है, जो कलीम के नेटवर्क से जुड़े हुए थे। बता दें कि मौलाना कलीम पर पिछले कई महीने से एटीएस नजर रखे हुए थी। इसकी जानकारी जिले की पुलिस को भी नहीं थी। गत मंगलवार को जब कलीम मेरठ लिसाड़ी गेट क्षेत्र के एक मदरसे में आए थे, तब एटीएस की टीम ने पूरी तैयारी के साथ उनको गिरफ्तार करने की योजना तैयार की थी। इसके लिए मेरठ यूनिट को भी अलर्ट कर दिया गया था। मंगलवार की देर रात कलीम जब अपने लोगों के साथ वापस फुलत लौट रहे थे। उस दौरान एटीएस की टीम ने एल ब्लॉक चौराहे के पास से पकड़ लिया था।
यह भी पढ़ें- यूपी एटीएस और आर्मी इंटेलिजेंस ने बिजनौर में डाला डेरा, पिता-पुत्र को हिरासत में लेकर पूछताछ लापता होने की सूचना से मचा था हड़कंप बता दें कि राजधानी लखनऊ में 20 जून को धर्मांतरण गिरोह संचालित करने वाले कुछ लोग गिरफ्तार गए थे। जांच में मौलाना कलीम सिद्दीकी का नाम सामने आया था। एटीएस लखनऊ, नोएडा और मेरठ की संयुक्त टीम मामले की जांच में जुटी थी। बीती मंगलवार रात नौ बजे के बाद उनके लापता होने की सूचना से हड़कंप मच गया था। हालांकि देर रात स्पष्ट हुआ था कि एटीएस ने उनको पकड़ा है। धर्मांतरण कराने के मामले में कार्रवाई की गई है। मौलाना के मोबाइल की सीडीआर खंगाली जा रही है।
मेरठ में कलीम का लंबा-चौड़ा नेटवर्क एटीएस को कलीम से पूछताछ में पता चला कि मेरठ के काफी लोगों से उसके संबंध हैं। जिनसे मिलने के लिए कलीम लगातार मेरठ आता रहता था। इसके साथ ही वह मदरसों में भी आता रहता था। अब ऐसे लोगों की सूची तैयार कर उनसे भी पूछताछ की तैयारी एटीएस कर रही है। वहीं मेरठ में जो लोग कलीम के काफी करीबी थे। उसकी गिरफ्तारी के बाद से भूमिगत हो गए हैं। कलीम की गिरफ्तारी के बाद जब उसके नापाक इरादों के बारे में शहर के मुस्लिम संभ्रात लोगों को पता चला तो उन लोगों ने भी चुप्पी साध ली है।