यह भी पढ़ेंः कोरोना के खौफ के कारण जेल से दो माह के पैरोल पर छोड़े गए 55 कैदी, 250 बंदियों की भी होगी रिहाई बता दें कि कोरोना वायरस से प्रभावित इलाके करीमनगर में सोमवार को सर्वे करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम पर एनआरसी के सर्वे के शक में कुछ स्थानीय लोगों ने हमला बोल दिया। सर्च टीम के सदस्यों के यह पूछते ही कि क्या घर में किसी को बुखार है। लोग भड़क गए और टीम के मोबाइल व सरकारी कागज लूट लिए।
यह भी पढ़ेंः Coronavirus के संक्रमण से बचाव को लेकर भाजपा के फायरब्रांड विधायक ने की लोगों से ये अपील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजेंद्र नगर की एएनएम गीता के अनुसार उनका केंद्र शास्त्रीनगर सेक्टर-13 है। मेरठ में सर्वाधिक कोरोना संक्रमित लोग इसी सेक्टर से पाए गए हैं। यहां अन्य संदिग्ध मरीजों की पहचान के लिए प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. ऋचा गुप्ता के नेतृत्व मे एक जांच टीम बनाई गई है। यह टीम क्षेत्र के करीम नगर गली-4 में लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी जुटाने और वायरस के लक्षणों के बारे में जागरूक करने के लिए गई थी। टीम में शामिल एएनएम गीता, आशा, शीबा व नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक शान पठान मौजूद थे।
यह भी पढ़ेंः Lockdown के दौरान काॅलोनी का रास्ता बंद करने को लेकर दो पक्षों में हुआ जमकर संघर्ष, आधा दर्जन घायल 100 घरों का सर्वे पूरा करने के लिए टीम के सदस्य लोगों से पूछ रहे थे कि क्या आपको बुखार है या घर में कोई अन्य पीडि़त है। जानकारी जुटाने के साथ ही सभी का रिकॉर्ड नोट किया जा रहा था। इस बीच, कुछ युवक पीछे से आए और टीम पर हमला करके मोबाइल व सरकारी कागज लूट लिए। टीम ने शोर मचाया तो आसपास के लोग एकत्र हो गए। उन्होंने जैसे-तैसे मोबाइल वापस करा दिया, लेकिन सरकारी दस्तावेज अभी तक नहीं मिल पाए हैं। जानकारी थाना नौचंदी पुलिस को दी गई तो एसओ आशुतोष कुमार मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। उन्होंने टीम द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करवा दिया है। वहीं आरोपियों की तलाश की जा रही है।