सपा के प्रदर्शन में पाक समर्थित नारे लगाने वाले गिरफ्तार, सपा नेता बोले हमारे कार्यकर्ता नहीं
इस गांव में मांगों को लेकर आत्मदाह के प्रयास का यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी इसी गांव की रहने वाली महिला पूनम शर्मा आत्मदाह का प्रयास कर चुकी हैं। अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत किया था लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। करीब दस वर्ष पूर्व गांव में एक युवती की मौत के मामले में कार्रवाई न होने पर एक बसपा नेता ने आत्मदाह का अल्टीमेटम दिया था। बसपा की सरकार में बसपा नेता अल्टीमेटम की चेतावनी देने पर गांव छावनी बन गया था। अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उस समय भी मामले को शांत किया था। करीब एक वर्ष पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुसुम प्रधान ने अपने पति संदीप प्रधान के साथ सर्विस रोड की मांग को लेकर अपने उपर डीजल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था। अधिकारियों ने आश्वासन देकर मामले को शांत कराया था। शुक्रवार को पूनम शर्मा ने एक बार फिर आत्मदाह का प्रयास किया।Heavy Rain Alert: गरज से साथ झमाझम बरसेंगे बादल, 18 जुलाई को तेज बारिश का अलर्ट
मेरठ के खरखौदा में फफूंडा गांव में अब एक महिला नेअवैध सट्टे के कारोबार और तालाबों पर कब्जा करने के आरोप लगाकर जिला प्रशासन से लेकर राष्ट्रपति कार्यालय तक कार्रवाई न होने पर आत्मदाह का अल्टीमेटम दिया था। पूनम शर्मा ने अल्टीमेटम के आधार पर घर में कैद होकर समय अनुसार आत्मदाह का प्रयास किया जिसमे युवती का हाथ झुलस गया। गनीमत रही कि आनन-फानन में इकट्ठा हुए लोगों ने आग की लपटों पर काबू पा लिया और महिला काे अस्पताल भर्ती करा दिया।T20 World Cup 2021: भारत-पाक मैच को लेकर भुवनेश्वर कुमार ने दिया बयान, कही ये बड़ी बात
इससे पूर्व इंस्पेक्टर खरखौदा संजय शर्मा ने पुलिस फोर्स के साथ युवती के घर पहुंचकर कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन युवती ने गेट नहीं खोला। आत्मदाह के प्रयास के बाद इंस्पेक्टर संजय शर्मा और पूर्व प्रधान ललित की अपील पर गेट खोला। आत्मदाह की वीडियो वायरल होने के बाद एसडीएम सदर संदीप भागिया और सीओ किठौर ब्रजेश सिंह मौके पर पहुंचे। महिला को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत करके मेडिकल के लिए भेजा। एसडीएम सदर संदीप भागिया का कहना है कि महिला की मांगों को लेकर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।महिला पूनम शर्मा ने आरोप लगाया कि वह तालाब कब्जा मुक्त करने को लेकर एक वर्ष से लडाई लड़ रही है। उस पर सटटे के कारोबार और तालाबों के कब्जे को हटाने की मांग पर जानलेवा हमला हो चुका है। जिसको लेकर उसने घर के बाहर आठ कैमरे भी लगा रखे हैं।