दो दिन में पहुंचा मेरठ बुधवार (Wednesday) को मेरठ में एक युवक को पुलिस (Police) ने रोका तो पता चला कि वह दो दिन पहले घर जाने के लिए पानीपत (Panipat) से चला था। ट्रांसपोर्ट का कोई साधन नहीं होने पर उसने पैदल ही निकलने का फैसला किया था। उसका घर करीब 300 किमी दूर बदायूं (Badaun) में है। उसने बताया कि वह दो दिन से भूखा है। यह सुनकर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने उसको खाना भी खिलाया और पैसे भी दिए।
खत्म हो गए थे पैसे साधु बदायूं के गांव संजली थाना मुसाझाग का रहने वाला है। वह हरियाणा के पानीपत में काम करता है। होली के बाद वह पानीपत आ गया था। कोरोना की वजह से अब सब जगह बंद हो गया है। अब उसके पास कोई काम भी नहीं है। पैसे भी खत्म हो गए हैं। घर जाने के लिए परिवहन को कोई साधन भी नहीं मिला। ऐसे में साधु 24 मार्च को सुबह पैदल ही बदायूं के लिए निकल पड़ा। दो दिन बाद भूखा साधु मेरठ पहुंचा।
पुलिस ने भिजवाया मेरठ में जगह—जगह चेकिंग चल रही है। बुधवार को गांधी आश्रम रोड पर दो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने उसको रोका। जब उन्होंने उससे घर से निकलने का कारण पूछा तो वह रो दिया और उसने सारा माजरा बताया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसको खाना खिलाया। साथ ही उन्होंने उसको कुछ पैसे भी दिए। इसके बाद पुलिस ने उसको घर पहुंचाने की व्यवस्था भी की।