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रामपुर की पिंकी गौतम के ईमानदारी के चर्चे खूब हैं, लड़ेगी पंचायत चुनाव पार्टी ने कार्यकर्ताओं को टिकट देकर यह संदेश दिया है कि वह संगठन में काम करने वालों का खास ख्याल रखती है। हालांकि मेरठ में अभी तीसरे चरण में पंचायत चुनाव हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि दूसरे चरण के प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद ही मेरठ के दावेदारों का नंबर आएगा। भाजपा के पश्चिमी क्षेत्र के मीडिया प्रभारी गजेन्द्र शर्मा की मानें तो पार्टी पंचायत चुनाव में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच पूरा सामंजस्य बनाकर चल रही है।
बता दें कि मेरठ में विधानसभा की सात सीटें हैं। शहर विधानसभा सीट (सपा) को छोड़ दिया जाए तो सभी छह सीटें भाजपा के पास हैं। जिला पंचायत वार्ड इन्हीं क्षेत्रों से जुड़े हैं। लिहाजा, पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के हिसाब से जिला पंचायत वार्डों की प्रत्याशी तय करने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके साथ ही पार्टी ने अन्य दलों के वोट बैंक में भी सेंधमारी की कोशिश की है। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस प्रयोग के जरिए सपा का भ्रम तोड़ा जाएगा। संदेश दिया जाएगा कि भाजपा जाति-धर्म की राजनीति नहीं करती है। टिकट बंटवारे में ज्यादातर वर्गों का ख्याल रखती है।
‘आगामी विधानसभा चुनाव भी दमदारी से लड़ा जाएगा’ मिशन 2022 नजदीक है। लिहाजा, सभी धर्मों और जाति के मतदाताओं को रिझाने की कोशिश में पार्टी लगी हुई है। भाजपा के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 6 विधानसभा क्षेत्रों में 13 लाख से ज्यादा मतदाता हैं, जो किसी भी पार्टी या प्रत्याशी की जीत-हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भाजपा के जिलाध्यक्ष का कहना है कि टिकट बंटवारे में संगठन को तवज्जो दी जाएगी। उनका कहना है कि संगठन में काम करने वाले पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं को ही आगे बढ़ाया जाता है। यही भाजपा की विशेषता है। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत वार्डों के टिकट बंटवारे में सामाजिक, जातीय समीकरण का ख्याल रखा जाएगा। हर वर्ग को साधकर आगे बढ़ना अच्छा रहता है। पंचायत चुनाव की तैयारी पूरी है। आगामी विधानसभा चुनाव भी दमदारी से लड़ा जाएगा।