scriptकैराना सीट कब्जाने के लिए भाजपा की यह खास रणनीति, विपक्ष को पता लगेगा तो होश खो बैठेगा | BJP's special strategy for caste votes in Kairana election | Patrika News

कैराना सीट कब्जाने के लिए भाजपा की यह खास रणनीति, विपक्ष को पता लगेगा तो होश खो बैठेगा

locationमेरठPublished: May 09, 2018 08:53:48 pm

Submitted by:

sanjay sharma

भाजपा हार्इकमान हर हाल में जीतना चाहता है कैराना सीट

meerut
केपी त्रिपाठी, मेरठ। कैराना उपचुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है। यहां सभी क्षेत्रीय पार्टियां एक होने के बाद भाजपा के लिए चुनाव चुनौती बना हुआ है। पहले रालोद के जयंत चौधरी कैराना से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में डटे थे, लेकिन अखिलेश यादव और उनसे हुई बातचीत के बाद वे मैदान से हट गए। अब उनकी पार्टी के चुनाव चिन्ह सपा की प्रत्याशी चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा ने भी कैराना चुनाव के लिए खास रणनीति तैयार की है आैर यहां जातिगत समीकरण साधने को अपने दिग्गज नेताआें को मैदान में उतारा है।
वेस्ट यूपी के दिग्गज भाजपा नेताआें को कमान सौंपी गई है। चुनाव में भाजपा ने पूरी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। जिन लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई है उनमें कुछ को चुनाव प्रचार के लिए लगाया गया है तो कुछ चुनाव प्रबंधन का काम देखेंगे। प्रदेश के महामंत्री सुनील बंसल ने रणनीति तय करते हुए इसकी जिम्मेदारी क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी को सौंपी है। भाजपा के पूर्व सांसद दिंवंगत हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह के चुनाव मैदान में होने से भाजपा मानकर चल रही है कि कैराना के गुर्जर वोट तो उनके पास हैं ही लेकिन फिर भी पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती इसलिए पार्टी ने गुर्जर वोट सहेजने के उद्देश्य से अभी हाल ही में एमएलसी बने गुर्जर नेता अशोक कटारिया, अवतार सिंह भड़ाना और सोमेंद्र तोमर को गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र की कमान सौंपी है।
यह भी पढ़ेंः बीएसएनएल ने अपने ग्राहकों के लिए शुरू की यह सुविधा

दलितों के लिए मेरठ से कांता कर्दम और दिनेश खटीक

कैराना में दलित वोटों को भाजपा के पक्ष में करने के उद्देश्य से भाजपा से राज्य सभा सांसद कांता कर्दम, हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक, पूर्व एमएलसी लोकेश प्रजापति को जिम्मेदारी दी गई है। ये लोग दलित वोटों को महागठबंधन की तरफ जाने से रोकेंगे। इसके साथ ही इन लोगों के साथ संघ ने भी अपने पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। जो अपना काम अलग से जारी रखेंगे। इनका काम दलित वोटों को भाजपा के पक्ष में करने का होगा।
यह भी पढ़ेंः 100 करोड़ के कर्जदार की सम्पत्ति की नीलामी इतने में हुर्इ कि किसी का भी कर्जा नहीं उतर सकता!

यह भी पढ़ेंः मैं माेनू जाट, सेठ मुझे 20 पेटी की जरूरत आन पड़ी है, पुलिस को मत बताना, नहीं तो…

जाट वोटरों में पैठ करने को ये दिग्गज तैयार

भाजपा ने कैराना में जाट वोटों को साधने के लिए केंद्रीय मंत्री डा. सत्यपाल सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान के अलावा गाजियाबाद के सांसद और सांसद कुंवर भारतेंद्र को जिम्मेदारी दी है। ये लोग कैराना के जाट बाहुल्य गांवों में जाकर जाटों के बीच भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए अपील करेंगे। इसके अलावा इन नेताओं को यह भी जिम्मेदारी दी गई है कि वे नाराज जाट किसानों से भी संवाद स्थापित कर उनकी बात सुनें और उसका समाधान करें।
यह भी पढ़ेंः इस शहर में रैपिड रेल की फिर बाधा पार, 90 किलोमीटर का सफर कराएगी 62 मिनट में!

ठाकुरों के पक्ष में माहौल बनाएंगे सोम

ठाकुरों के पक्ष में माहौल बनाने के लिए सरधना से भाजपा विधायक ठाकुर संगीत सोम कैराना के रण में उतरेंगे। संगीत सोम को कैराना के ठाकुर बाहुल्य क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विधायक संगीत सोम अपनी टीम के साथ कैराना में कैंप कर रहे हैं। इसके अलावा भाजपा ने वैश्य वोट सहेजने के लिए भाजपा के करूणेश नंदन गर्ग, कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल आदि को जिम्मेदारी सौंपी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो