यह भी पढ़ेंः
Republic Day: ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने फहराया तिरंगा, गणतंत्र दिवस पर दिखा युवाओं में जोश, Video भाकियू कार्यकर्ताओं ने कहा कि राष्ट्रपति बोलसोनारो के नेतृत्व में ब्राजील सरकार सीधे तौर पर भारतीय गन्ना किसानों के समक्ष आजीविका का संकट खड़ा करने का प्रयास कर रही है। अगर याचिका का फैसला ब्राजील सरकार के पक्ष में जाता है तो भारतीय गन्ना किसानों को मिलने वाला निश्चित मूल्य ही समाप्त हो जाएगा। उसके बाद शुगर मिलें किसानों का शोषण करने के लिए स्वतंत्र होंगी।
यह भी पढ़ेंः
पीएम मोदी ने जीवन में सफलता के लिए आरुषि और विनायक का बढ़ाया हौसला, दिए उपहार भाकियू ने कहा कि ब्राजील द्वारा विश्व व्यापार संगठन के अन्दर भारत के गन्ना किसानों के हितों पर हमला करने के कारण भाकियू ब्राजील के राष्ट्रपति की भारत यात्रा का विरोध करती है। फरवरी 2019 में ब्राजील ने चीनी की वैश्विक कीमत में गिरावट की वजह भारत को बताते हुए भारत के घरेलू समर्थन मूल्यों के साथ-साथ चीनी के लिए निर्यात सब्सिडी के उपायों पर भी सवाल उठाया था।