यह भी पढ़ें
देवबंद के मुफ्ती ने कहा- काली कमाई के अड्डे बने मदरसों को बंद करो, देखें वीडियो- मिली जानकारी के अनुसार जानी थाने के अंतर्गत आने वाले पेपला गांव में शनिवार को नाले की खुदाई का कार्य चल रहा था। शाम को खुदाई के दौरान काम कर रही गांव की एक महिला सुनीता को खुदाई के दौरान लोहे का गोला जमीन में दबा दिखाई दिया। महिला ने खुदाई करके उसको चुपचाप निकाल लिया और कागज में लपेटकर घर ले आई। इतना ही नहीं महिला ने इसकी मिट्टी हटाने के लिए पानी में धो भी दिया, लेकिन जब परिजनों और पड़ोसियों ने इसको देखा तो उनके होश फाख्ता हो गए और पूरे गांव में हड़कंप मच गया। क्योंकि वह लोहे का गोला एक बम था। बम की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। इसकी पुष्टि के लिए पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बम निरोधक टीम को भी मौके पर बुलाया तो टीम ने लोहे के गोले के बम होने की पुष्टि की। गनीमत रही कि वह गोला आर्मी का एक निष्क्रिय बम था। जानी थानाध्यक्ष ने बताया कि बम काफी साल पुराना है और आर्मी की फायरिंग रेंज में होने वाले प्रशिक्षण के दौरान ही वह यहां गिरा होगा। बम का वजन करीब दो किग्रा बताया जा रहा है। यह भी पढ़ें
WhatsApp पर भगवान श्रीराम पर आपत्तिजनक टिप्पणी, हिंदू संगठन के युवाओं का गुस्सा उबाल पर हो सकता था बड़ा हादसा गनीमत रही कि बम निष्क्रिय था। नहीं तो जिस तरह से महिला उसको लेकर आई और पानी में धोया और फिर जमीन पर फेंका उससे बड़ा हादसा गांव में हो सकता था। इससे पहले भी मेरठ में इसी तरह बम मिलने पर बड़ा विस्फोट हो चुका है। दस साल पहले हुई घटना में बच्चों ने बम को स्क्रैप समझकर उसे काटा था। उस दौरान हुए धमाके में दोनों बच्चों की मौत हो गई थी।