उन्होंने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था हेतु उक्त निर्माणाधीन सेतु से गुजरने वाला यातायात अब नदी के अपस्ट्रीम साईड में लगभग 30 किमी दूर पर स्थित मेरठ-पौड़ी (एनएच-119) के किमी 80 में गंगा नदी पर पूर्व निर्मित चौधरी चरण सिंह बैराज सेतु से गुजरेगा। इसी तरह नदी के डाउन स्ट्रीम में स्थित एनएच-24 के किमी 105 में गंगानदी पर पूर्व निर्मित गढ-मुक्तेश्वर सेतु से गुजरेगा। उन्होंने बताया कि तत्कालिक उपाय हेतु उक्त क्षतिग्रस्त सेतु पर पुनः यातायात चालू करने हेतु कटान वाले भाग के स्थान पर अस्थाई स्तर का निर्माण कर नदी की धारा उस स्थान से परिवर्तन कर कटान वाले भाग पर पुनः तटबन्ध निर्माण एवं मार्ग निर्माण किया जायेगा। वर्षा रुके रहने पर उक्त कार्य न्यूनतम सात दिन में कराया जाना सम्भावित है। वर्षा होने पर अधिक समय लग सकता है।