दो लाख लोगों की उम्मीद मायावती की एेसी रैली पहली बार हो रही है, जब कोर्इ चुनाव नहीं है। मेरठ, सहारनपुर आैर मुरादाबाद मंडल से बूथस्तर आैर गांव-गांव के कार्यकर्ताआें के आने की संभावना है। मायावती की एेसी रैलियां चुनाव में ही देखी जाती हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद पहली बार बसपा सुप्रीमो रैली कर रही हैं। इसमें दो लाख कार्यकर्ताआें के हिसाब से रैली स्थल तैयार करवाया जा रहा है।
नहीं दिखेंगे ये नेता काफी समय से वेस्ट यूपी प्रभारी रहे पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी के पार्टी से निकाले जाने के बाद मेरठ में इतनी बड़ी रैली नसीमुद्दीन के बगैर पहली बार हो रही है। इनके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, बाबू सिंह कुशवाहा, पूर्व विधायक दिलनवाज खां, प्रशांत गौतम, अश्वनी कुमार जाटव के भी बसपा से किनारा करने के बाद रैली के आयोजन की सारी जिम्मेदारी मेरठ मंडल के प्रभारी सांसद मुनकाद अली के पास है। मुनकाद का कहना है कि यह रैली अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी, इसकी तैयारी में
कोर्इ कसर नहीं रहेगी।
कोर्इ कसर नहीं रहेगी।
रैली तैयार करेगा जनाधार बसपा सुप्रीमो के लिए यह रैली बड़ी अहम है, क्योंकि इससे पिछले चुनाव में बिखरे जनाधार को वापस लाने के लिए मायावती ने ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताआें को रैली में शामिल हाेने का आह्वान किया है। इसलिए माना जा रहा है कि रैली में डेढ़-दो लाख से भी ज्यादा भीड़ अा सकती है। इतनी भीड़ को संभालने के लिए पार्टी की बीबीएफ की टीमें तैयार की गर्इ हैं।