दरअसल, वार्ड 17 अब्दुल्लापुर निवासी राजेश कुमार गुप्ता की माता कलावती का निधन बुधवार देर रात हो गया था। परिजन गुरुवार को अंतिम संस्कार के लिए अब्दुल्लापुर शवदाह गृह पहुंचे थे। चिता सजाकर अग्नि जैसे ही दी गई। जोरदार बारिश शुरू हो गई। देखते ही देखते बारिश का पानी प्लेटफार्म की टूटी छत से सीधे चिता पर तेजी से गिरने लगा। जिससे चिता बुझ गई। इसके बाद परिजनों ने बारिश बंद होने का इंतजार किया। बारिश में लकड़ी भी गीली हो गई। इसे देखते हुए चीनी और अन्य सामग्री अधिक मात्रा मंगाई गई। करीब तीन घंटे बाद अंतिम संस्कार संभव हुआ।
लोगों का कहना है कि अब्दुल्लापुर शवदाह गृह के प्लेटफार्म की छत की मरम्मत की एक साल से मांग की जा रही है। नगर निगम अधिकारियों को पत्र भी लिखे गए। लेकिन अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। पिछले साल बरसात में बाउंड्रीवाल गिर गई थी। इस बारे में सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह द्वितीय ने बताया कि शवदाह गृह की प्लेटफार्म की छत पर धुंआ निकलने के लिए यह स्थान छोड़ा जाता है। लेकिन निर्माण एजेंसी को इसके ऊपर कुछ स्थान ऊंचाई पर कवर करना चाहिए था। जो नहीं किया गया। इसे सुधारा जाएगा।