उन्होेंने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के लिए गुणवत्तापूर्ण आधारभूत ढांचा और आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित लैब में ट्रेनिंग कराते हुए उनके लिए इंडस्ट्री में पर्याप्त अवसर उपलब्ध करा रहा है। हम इस क्षेत्र में अपने विश्वविद्यालय के संयोजन से और प्रगति कर सकते हैं। आवश्यकतानुसार ऐसी इंडस्ट्रियों से एमओयू भी शीघ्र ही किये जाएगें। इसके अतिरिक्त पाठ्यक्रमों में भी आवश्यक संशोधन करते हुए उन्हें अद्यतन किया जाएगा।
यह भी पढ़े : UP TET 2021 : 23 जनवरी को रोडवेज करवाएगा नि:शुल्क यात्रा,करना होगा ये काम विश्वविद्यालय के शिक्षक और इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का भी आदान-प्रदान किया जाएगा। प्रोफेसर शुक्ला ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में संचालित विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेजों में चल रहे पाठ्यक्रमों पर विशेष बल दिया जाएगा तथा ऐसे पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से इंडस्ट्री के हिसाब से तैयार किया जायेगा। विश्वविद्यालय का यह प्रयास रहेगा कि कि इस प्रकार के एम॰ओ॰यू॰ से अकादिमक और इंडस्ट्री के बीच समन्वय स्थापित हो सकेगा। इससे न केवल विद्यार्थियों को रोजगार के नए अवसर प्रदान होंगे बल्कि उद्यमिता को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे देश के विकास में भी वे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
यह भी पढ़े : Aadhar card: आधार कार्ड बनवाने के नियमों में बड़ा बदलाव,पांच साल से कम बच्चे का अब ऐसे बनेगा आधार कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति प्रो॰ वाई विमला ने कहा कि हमें अपने विद्यार्थियों को तकनीकी एवं कौशल की दृष्टि से दक्ष करने के लिए इंडस्ट्री की सहायता की आवश्यकता हो तो उसे लेते हुए विद्यार्थियों के लिए हर वह कार्य किया जाएगा। जो पाठ्यक्रम की आवश्यकता तथा कौशल विकास के लिये आवश्यक होगा। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक तौर पर गाजियाबाद एवं नोएडा के दो बड़े कॉलेजों को इंडस्ट्री की आवश्यकताओं के अनुरूप विद्यार्थियों को तैयार करने के लिए केन्द्र बनाया जाएगा। इन केन्द्रों पर 50 से 100 विद्यार्थी ट्रेनिंग लेंगे। इस वेबिनार में एकेटीयू के कुलपति प्रो॰ विनीत कंसल ने भी विचार व्यक्त किये तथा नीरज सिंघल, शैलेन्द्र जायसवाल, साकेत अग्रवाल, रचना मुखर्जी, राज शेखर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये।