यह भी पढ़ेंः पूर्व सैनिकों ने आतंकी हमले को लेकर मोदी सरकार से कर डाली ये बड़ी मांग, कहा- तभी मिलेगी श्रद्धांजलि जब… स्कूलों को दिए गए ये निर्देश स्कूलों को यह भी निर्देश जारी किए हैं कि स्कूलों में बच्चों के समूहों को एक स्थान पर एकत्र न होने दें। इससे स्वाइन फ्लू होेने का खतरा बना हुआ है। सुबह के समय क्लास शुरू होने से पहले टीचर ऐसे बच्चे को तुरंत घर भेजने का काम करें जिनमें स्वाइन फ्लू के थोड़ा भी लक्षण दिखाई देते हों। ऐसे बच्चे को तुरंत सात दिन आराम करने और स्कूल न आने की सलाह दें। इसके अतिरिक्त अभिभावकों को भी यह निर्देश दिया जाए कि वह अपने बच्चों की देखभाल घर पर ही करें। स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिभावकों को बच्चों के चिकित्सा प्रमाण पत्र देने के लिए बाध्य न किया जाए। साथ ही यह भी हिदायत दी है कि बच्चों को साफ सफाई और सही ढंग से हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जाए। डा. राजकुमार ने कहा है कि अगर कोई स्कूल उपरोक्त बातों पर अमल नहीं करता है तो उसके खिलाफ संबंधित अधिकारी के साथ ही शासन को भी कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
यह भी पढ़ेंः पुलवामा हमले के बाद लोगों ने पाकिस्तान के पुतले को जलाकर कहा- कम से कम 300 आतंकियों को चुन-चुनकर… स्वाइन फ्लू के लक्षण स्वाइन फ्लू के प्रथम लक्षणों में खांसी, बुखार, गले की खराश, बदन दर्द, सिर दर्द, डायरिया, सांस फूलना, सांस लेने में परेशानी, सीने में दर्द, रक्तचाप का निम्न होना, बलगम में रक्त आना, नाखूनों का नीला पड़ जाना है। अगर ऐसे लक्षण किसी भी बच्चे में दिखाई दे तो उसके तुरंत चिकित्सक के पास भेजा जाए।