उन्होंने लिखा है कि मोहसिना क़िदवाई, सलमान खुर्शीद, प्रमोद तिवारी,आचार्य प्रमोद कृषणम और पीएल पुनिया से प्रियंका जी को सलाह करनी चाहिए। सतीश शर्मा ने कहा कि राजनैतिक दल को छोड़ना कोई नई बात नहीं हैं। नेता एक दल को छोड़कर दूसरे दल में जाते रहते हैं। लेकिन अन्नू टंडन का जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की जड़े मजबूत करने के अभियान में काफी जोर-शोर से लगीं अन्नू टंडन के इस्तीफा देने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
बता दें कि अन्नू टंडन ने अपना इस्तीफा ट्वीट करते हुए उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से कोई तालमेल न होने और सहयोग न मिलने के आरोप लगाए थे। अन्नू टंडन ने कहा है कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा से बातचीत से भी आगे का कोई रास्ता नहीं निकल सका। उन्होंने कहा कि इस कारण से उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में मैंने अपना बयान भी साझा किया है। अब मुझे मेरे सभी शुभचिंतकों का प्यार और आशीर्वाद चाहिए।
अन्नू टंडन ने कहा कि उन्हेंं इतना दुख 2019 का लोकसभा चुनाव हारने का नहीं हुआ जितना की पार्टी संगठन की तबाही और बिखराव देखकर हो रहा है। अन्नू टंडन ने इस्तीफा देने के बाद आरोप लगाया कि कांग्रेस का नेतृत्व सोशल मीडिया मैनजमेंट और व्यक्तिगत ब्रांडिंग में लीन है। पार्टी और वोटरों के बिखर जाने से उनको कोई मतलब नहीं है। सतीश शर्मा ने कहा प्रियंका गांधी को अब संगठन में अपने सहयोगियों से सलाह करनी होगी।