यह भी पढ़ेंः होली से पहले पकड़ा गया लाखों का नकली मावा, छापेमारी टीम को देखते ही फरार हो गए बेचने वाले कांग्रेस के पूर्व विधायक पंडित जय नारायण शर्मा ने कहा कि सरकार की मौजूदा व्यवस्था से प्रदेश के किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे पूर्व की सरकार ने अपने कार्यकाल में किसानों के 72 हजार करोड़ रुपये का ऋण माफ किया था। गन्ना किसानों के बकाए मूल्य का भुगतान तत्काल सरकार द्वारा किया जाए। धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता मोनिन्दर पाल सूद ने की। इस दौरान प्रदेश सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए कांग्रेसी धरने पर बैठ गए। पूर्व विधायक युसूफ कुरैशी ने कहा कि प्रदेश सरकार की अदूरदर्शितापूर्ण नीति के कारण गन्ना किसान खून के आंसू रो रहा है। एक तरफ क्रेशर मालिक किसानों की गाढ़ी कमाई दोनों हाथों लूटने पर लगे हैं तो दूसरी ओर मिलें पुराने दर पर ही गन्ना खरीदने के निर्णय पर अडिग हैं।
यह भी पढ़ेंः शादी समारोह में छेड़छाड़ को लेकर जमकर हुआ बवाल, परिजनों के साथ मारपीट के बाद वाहनों में की तोड़फोड़ कांग्रेसी नेताओं ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन में गन्ना मूल्य कम से कम 350 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक, घोषित गन्ना मूल्य का एकमुश्त भुगतान किए जाने, चीनी मिल के श्रमिकों को तुरंत वेतन दिलाने, गन्ना किसानों के पिछले बकाए का भुगतान कराने, बंद पड़े धान क्रय केंद्रों को चलाने सहित कुल आठ मांगें शामिल हैं।