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सहारनपुर के लाल निशांत शर्मा का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन, परिवार काे 50 लाख रुपये आर्थिक मदद और सरकारी नाैकरी देगी यूपी सरकार गुब्बारे, बैनर, झंडा बेचने वाले दुकानदार ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल बिक्री बहुत कम है। उसने बताया कि पिछले साल तक जहां एक सप्ताह पहले से झंडे खरीदने के लिए लोगों में उत्साह रहता था। वहीं इस बार 26 जनवरी से एक दिन पहले तक भी लोगों में देशप्रेम का वो जज्बा दिखाई नहीं दे रहा है।
प्लास्टिक के झंडे पर प्रतिबंध झंडा बेचने वाले साजिद ने बताया कि इस बार प्लास्टिक के झंडे पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। उनके पास सभी प्रकार के झंडे हैं। दस रुपये से लेकर 200 रुपये तक झंडा उनके पास उलब्ध है। उनका कहना है कि वे प्रतिवर्ष झंडा बेचने का काम करता है। इस बार पूर्व की अपेक्षा बिक्री कम है।
हापुड़ अड्डे पर बिक रहा तिरंगा प्रतिवर्ष मेरठ में हापुड़ अड्डे पर तिरंगा झंडा काफी मात्रा में बेचा जाता है। यहां पर तिरंगा बेचने वालों की 100 से अधिक दुकानें लगा करती हैं। तिरंगा खरीदकर लोग अपने वाहनों और घरों में भी लगाते हैं, लेकिन इस बार दुकानों की संख्या भी कम हो गई है तो ग्राहक भी नजर नहीं आ रहे हैं।