scriptगजब: यहां 2500 रुपये में बन रही CoronaVirus की निगेटिव रिपोर्ट, जानिये कहां होता है इस्तेमाल | Coronavirus negative report being made for Rs 2500 video Viral | Patrika News

गजब: यहां 2500 रुपये में बन रही CoronaVirus की निगेटिव रिपोर्ट, जानिये कहां होता है इस्तेमाल

locationमेरठPublished: Jul 05, 2020 10:04:59 am

Submitted by:

lokesh verma

Highlights
– जिला अस्पताल का लैब विभाग और प्राइवेट अस्पताल मिलकर कर रहे थे खेल
– लोगों की जिंदगी से कर रहे 2500 रुपये में खिलवाड़
– अस्पताल का Video Viral

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मेरठ. कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लेनी है तो मेरठ में आइए। यहां पर एक अस्पताल 2500 रूपये लेकर निगेटिव रिपोर्ट बना रहा है। यह हम नहीं कह रहे वायरल वीडियो में दिखाया गया है, जिसमें 2500 रूपये में कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट देने का दावा किया गया है। हापुड़ रोड स्थित इस हॉस्पिटल में 2500 रुपए लेकर बिना मरीज के कोरोना का सैंपल लिए नेगेटिव रिपोर्ट बनकर दी जा रही है। जांच रिपोर्ट जिला चिकित्सालय प्यारेलाल शर्मा हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेज मेरठ में बनाई जाती है। कोरोना की महामारी ने लगभग पूरे विश्व को हिला कर रख दिया है।
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मामला हापुड़ रोड स्थित एक अस्पताल का है। जहां अस्पताल संचालक कोरोना की जांच के लिए मरीज के तीमारदार से 2500 रूपये लेकर मरीज के सैंपल लिए बगैर ही निगेटिव जांच रिपोर्ट दे रहे हैं। इस रिपोर्ट में जिला चिकित्सालय प्यारे लाल शर्मा हॉस्पिटल की मोहर लगी हुई है। हालांकि इस अस्पताल में कोविड-19 की जांच का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
इसलिए बनाई जाती है रिपोर्ट

कोरोना सक्रंमित मिलने पर क्वारंटीन और अस्पताल में 14 दिन रहने का लोगों में डर सताता है। ऐसे में घर में अगर कोई संक्रमित मिलता है तो उसको अस्पताल में भर्ती करा दिया जाता है। जबकि अन्य लोगों की फर्जी जांच रिपोर्ट इस अस्पताल से बनवाकर मेडिकल या जिला चिकित्सालय को दिखा दी जाती है। इसके अलावा अगर किसी को बाहर जाना होता है तो वो भी इस अस्पताल से कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट बनवाकर अपने साथ रहता है। जिसके चलते बाहर जाने पर व्यक्ति को क्वारंटीन नहीं होना पड़ता।
इस मामले का खुलासा होने के बाद जिले के सीएमओ डाॅ. राजकुमार ने पूरे मामले पर जांच बैठा दी है। डाॅ. राजकुमार ने कहा कि अगर वायरल वीडियो सत्यता है तो आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल का लाइसेंस कैंसिल किया जाएगा। वहीं डीएम अनिल ढीगरा ने बताया कि अगर जांच में आरोप सत्य पाए गए तो अस्पताल को सील कर दिया जाएगा।
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