मेरठ

साइबर जालसाजों द्वारा बैंक खाते खाली करने का नया हथियार बना बच्चों का आनलाइन गेम

cyber crime through online games साइबर अपराधियों ने अब बैंक खातों में सेधमारी के लिए नए तरीके अपनाने शुरू कर दिए है। इसके लिए अब साइबर जालसाज ऑनलाइन गेम्स के ज़रिए खाते में सेंध लगा रहे है। इसके कई मामले पश्चिमी उप्र के जिलों में दर्ज किए जा चुके हैं। अकेले मेरठ में ही इस तरह से दर्जनों मामलों की शिकायत साइबर सेल में आई है। जिसके बाद एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी ने लोगों से आनलाइन गेम्स के जरिए हो रही ठगी के बारे में सतर्क किया है।

मेरठJun 23, 2022 / 08:12 pm

Kamta Tripathi

साइबर जालसाजों द्वारा बैंक खाते खाली करने का नया हथियार बना बच्चों का आनलाइन गेम

cyber crime through online games प्रतिदिन साइबर अपराधी बैंक खातों में सेंधमारी के लिए नए नए तरीके अपना रहे हैं । जागरूक रहने और ठगी से बचने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी के अनुसार अतिरिक्त सतर्कता ही बचाव का एकमात्र उपाय है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने ऑनलाइन गेम्स के ज़रिए हो रही ठगी से बचाव के लिए उपाय बतायें , उन्होंने बताया कि विभिन्न ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए साइबर ठग, यूजर्स को आनलाइन गेम खेलकर पैसा कमाने का लालच देकर यूजर्स का डेटा व वित्तीय जानकारियों तक पहुंच बना लेते हैं जिसका ब्लैकमेलिग व अन्य गलत उद्देश्यों के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि साइबर ठग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फेक पेज बनाकर उस पर पब्जी, फ्री फाँयर व अन्य ऑनलाइन लोकप्रिय गेम, गेम के टूल व बैटल गन बेचने का विज्ञापन डालते हैं। बच्चे पेज पर विज्ञापन देखकर उससे संपर्क करते है। वे पहले खाते में रकम मांगते हैं और बाद में बच्चों से उनके पैरेंट्स के क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड का नंबर और फिर मोबाइल पर आए OTP को पूछकर ऑनलाइन खरीदारी कर लेते हैं । ऐसे में क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड का नंबर किसी भी आनलाइन गेम मे सेव न करने व OTP शेयर न करने व साथ ही साथ सजग व जागरूक रहने की जरुरत है ।
यह भी पढ़े : Kanwar Yatra 2022 : सपा लगाती थी डीजे पर प्रतिबंध, भाजपा सरकार में हेलीकाप्टर से बरसते हैं फूल — स्वतंत्र देव सिंह


एसएसपी ने कहा कि ऑनलाइन गेम्स के जरिए कई प्रकार से ठगी की जाती है। ऑनलाइन गेम में जब बच्चे स्क्वाड में खेलते हैं तो इन्हें फॉलो करने वाला स्टॉकर इनकी साइकोलॉजी से खेलता है। इन्हें लालच देकर पेरेंट्स के अकाउंट से पैसा निकलवा लेते हैं और मना करने पर धमकी देते हैं । खाते से पैसे कटते ही बच्चे ट्रांजेक्शन डिटेल वाले मैसेज डिलीट कर देते हैं ताकि इसकी जानकारी पेरेंट्स को ना पता चले । बैंक पासबुक प्रिन्ट कराने पर अभिभावकों को खाते से रकम कटने की जानकारी मिलती है । उन्होंने बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को भी सतर्कता बरतने की अपील की है ।

Home / Meerut / साइबर जालसाजों द्वारा बैंक खाते खाली करने का नया हथियार बना बच्चों का आनलाइन गेम

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.