इसके लिए बैंक मैनेजर से मिलने का समय भी लिया गया। लेकिन अचानक से मैनेजर को फोन कर मीटिंग का समय बुधवार कर लिया गया इसके बाद बुधवार को हुंडई शोरूम के मालिक राहुल दास के नाम से बैंक के सहायक प्रबंधक बलबीर गाबा पर काल आई। जिसमें राहुल दास बनकर कालर ने बताया कि हम मोदीनगर में हैं। शोरूम से कर्मचारी विकास को चेक लेकर भेज रहे हैं।
बैंक की तरफ से अभय प्रताप के खाते में आठ लाख 25 हजार 700 रुपये की रकम डाल दीजिए। बैंक मैनेजर ने राहुल दास के खाते से नैनीताल उत्तराखंड में अभय के खाते में रकम स्थानांतरित कर दी। इसके बाद बिहार के शकील का दूसरा खाता बताया। उसमें नौ लाख 85 हजार 800 रुपये डालने के लिए कहा।
दोनों खातों में बिना चेक आए ही मैनेजर ने रकम स्थानांतरित कर दी। शाम तक चेक नहीं आया तो उस मोबाइल नंबर पर मैनेजर ने काल की। कालर ने बताया कि शोरूम से कर्मचारी विकास नहीं पहुंच पाया है। वे खुद पहुंचकर चेक उठवा लें। बैंक से कर्मचारी चेक लेने हुंडई शोरूम पर गया। वहां पता चला कि राहुल दास की तरफ से कोई काल नहीं की गई। तुरंत ही बैंक मैनेजर ने नैनीताल उस खाते को सीज करा दिया। तब तक उससे 65 हजार की रकम निकाली गई थी। बिहार में डाली गई रकम खाते से निकाल ली गई। बैंक मैनेजर की तरफ से सदर बाजार थाने में तहरीर दी गई। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिहं ने बताया कि साइबर सेल को जांच में लगा दिया है।