मितिन का कहना है कि उसके परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई है। वह भी आरोपियों के निशाने पर हैं। उसे पुलिस सुरक्षा मिली हुई है। इसके बाद भी वह और उसका परिवार दहशत में है। लेकिन पंचायत चुनाव में उसने अब अपनी लड़ाई जनता के बीच ले जाने का फैसला किया है। पर्चा भरने के बाद मितिन ने बताया कि उसे भरोसा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि वह चुनाव में जीत हासिल करेगा। मितिन का परिवार कुख्यातों के आतंक का शिकार है। इस स्थिति को लेकर पुलिस की भी इस वार्ड पर पैनी नजर बनी हुई है।
कुख्यातों ने परिवार के तीन सदस्यों की थी हत्या 2016 से 2018 के बीच मितन के परिवार के तीन सदस्यों को कुख्यात सुमित जाट ने मौत के घाट उतार दिया था। मितन ने अब जिस वार्ड से नामांकन किया है वहां से पश्चिमी उप्र का कुख्यात योगेश भदौड़ा और सुशील फौजी की पत्नी ने भी नामांकन किया है। 13 जुलाई 2016 को चेतन की हत्या सुमित जाट ने कर दी थी। जिसके बाद समझौते का परिवार पर दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन समझौता नहीं करने सुमित जाट के गैंग के लोगों ने मितन की मां सावित्री देवी की तीन फरवरी 2018 को हत्या कर दी और इसके ठीक नौ दिन बाद ही मितन के जीजा बबलू की हत्या कर दी। मितन, उसकी पत्नी व उसके छोटे भाई की पत्नी निकिता ने इस वार्ड से नांमाकन किया है।