डॉ. वीर सिंह की क्लीनिक बसपा सांसद मुनकाद अली के निवास से चंद कदम की दूरी पर है। चिकित्सक के पुत्र सतेन्द्र ने पत्रिका को फोन पर जानकारी दी कि वह अपने पिता वीर सिंह और भाई डा. जनेन्द्र कुमार के साथ क्लीनिक पर बैठे थे। इसी दौरान बसपा सांसद मुनकाद अली के समर्थकों ने हाथ में हथियार लेकर क्लीनिक पर हमला कर दिया। सतेन्द्र और अन्य ने छत से कूदकर अपनी जान बचाई। उनके पिता डा. वीर सिंह को आरोपियों ने पकड़कर पीटा और कस्बे में क्लीनिक चलाने पर जान से मारने की धमकी दी। हमलावरों ने घर में भी तोड़फोड़ की और महिलाओं से गाली-गलौज की।
आरोप है कि चेयरमैन के चुनाव के बाद से ही सांसद समर्थक उन पर हमले का बहाना तलाश रहे थे। हमले से दहशत में आए दलित चिकित्सक ने अपने रिश्तेदार स्वराज, निरंजन, राकेश और मुकेश सहित अपना मकान बेचकर कस्बे से अन्य स्थान पर चला गया।