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एटीएम मशीन को काटकर उखाड़ लेता था यह गैंग, पुलिस ने अपने सामने करवाया ऐसा तो सब सन्न रह गए, देखें वीडियो शनिवार को मेरठ कमिश्नरी पर ब्लू पेंथर संगठन के बैनर सैकड़ों की संख्या में दलित समाज के लोग एकत्र हुए। संगठन के डा. सुशील गौतम ने कहा कि सरकार द्वारा एससी-एसटी छात्रों के लिए व्यवसायिक शिक्षा में छात्रवृत्ति तथा शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए 60 प्रतिशत की बाध्यता का जो फैसला लिया गया है, वह समाज के बच्चों के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण तथा विरोधी है। इस निर्णय से एससी-एसटी छात्रों में सरकार के खिलाफ बहुत रोष है। उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती है, साथ ही ऐसे फैसले लाती है, जिसमें एससी-एसटी बेटियों को व्यवसायिक शिक्षा से दूर कर उनको राष्ट्र के विकास की भागीदारी में उनका योगदान कम किया जा सके। आनंद प्रकाश ने कहा कि सरकार के द्वारा जिस प्रकार निजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस क्षेत्र में अधिकतम रोजगार व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद ही प्राप्त होता है। किन्तु सरकार के इस फैसले से एससी-एसटी वर्ग के छात्र व्यवसायिक शिक्षा से वंचित हो जाएंगे। जिससे उनको निजी क्षेत्र में रोजगार पाना असंभव हो जाएगाा।
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कालेज में मुस्लिम छात्र से कहा- तुझे यहां नहीं पाकिस्तान में एडमिशन लेना चाहिए, उसके बाद ये किया, देखें वीडियो दलित चिंतक डा. सतीश प्रकाश ने मोदी और योगी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अपने इस फैसले को दीपावली तक वापस नहीं लिया तो दलित समाज दीपावली नहीं मनाएगा। दलित समाज सैकड़ों साल से संघर्ष करता रहा है। आज भी अपने हक के लिए सड़क पर उतरकर संघर्ष करेगा। उन्होंने कहा कि हम डा. भीमराव अंबेडकर के अनुयायी हैं। उनके पदचिन्हों पर चल रहे हैं। सरकार दलितों को कुचलने का षडयंत्र रच रही है।
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