यह भी पढ़ेंः भाजपाइयों की रातोंरात नींद उड़ा देने वाली इस महिला अधिवक्ता पर मेरठ जिला बार एसोसिएशन ने की बड़ी कार्रवार्इ यह भी पढ़ेंः दरोगा से मारपीट करने वाले पार्षद को जेल भेजे जाने पर भाजपा कार्यकर्ताआें में अपनी ही सरकार के इस रवैये पर आक्रोश तीन मुकदमे कराए गए थे दर्ज दरोगा सुखपाल आैर महिला अधिवक्ता के साथ भाजपा पार्षद व रेस्टोरेंट मालिक मनीष चौधरी व उसके साथियों ने मारपीट की थी। इसमें एक मुकदमा महिला अधिवक्ता की आेर से दर्ज कराया गया था, दूसरा मुकदमा दरोगा की आेर से हुआ था। तीसरा मुकदमा तब हुआ जब अगले दिन भाजपा पार्षद को छुड़ाने गए भाजपा कार्यकर्ताआें के हंगामे के बाद कंकरखेड़ा थाने के इंस्पेक्टर ने दर्ज कराया था। इन तीनों मुकदमे में अभी तक सिर्फ भाजपा पार्षद की ही गिरफ्तारी हुर्इ है। मारपीट वाले दिन पार्षद के साथ मारपीट करने वालों में अन्य लोग रेस्टोरेंट में ही हैं, जबकि अगले दिन हंगामा करने वाले नामजदों को भी पुलिस आसानी से पकड़ सकती है, लेकिन पुलिस ने इसे लेकर न तो अभी तक कोर्इ दबिश दी है आैर न ही कोर्इ गिरफ्तारी की है। विवेचना अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए उन्हें उपर से पेंडिंग में रखने के लिए कहा गया है।
यह भी पढ़ेंः दरोगा के साथ रेस्टाेरेंट में रही महिला अधिवक्ता ने अब नशे में किया ये कारनामा, हिरासत में लेने पर पुलिस के साथ की बदसलूकी मुकदमों की विवेचना कर रहे दो दरोगा दरोगा पक्ष की आेर से इन तीन मुकदमों की विवेचना दो दरोगा रविन्द्र कुमार आैर महेश कुमार कर रहे हैं। इन दोनों का कहना है कि जांच पेंडिंग पड़ी है, उपर से कोर्इ आदेश आने के बाद ही शुरू की जाएगी। वैसे उपर से गिरफ्तारी नहीं करने के आदेश हैं।