एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद ने बताया कि अभी टोल टैक्स का निर्धारण नहीं हुआ है। इसलिए टोल टैक्स शुरू नहीं किया जा सका है। इसके अलावा चिपियाना आरओबी का निर्माण पूरा होने में भी अभी दो महीने तक का समय लग सकता है। ऐसे में संभावना है कि मई और जून के बाद ही मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स वसूली शुरू हो सकती है। यानी तब तक के लिए वाहन चालकों के मौज ही मौज है।
प्रतिदिन लाख वाहनों का आवागमन :— अरविंद ने बताया कि एक्सप्रेस वे पर वाहन को लोड तेजी से बढ रहा है। उन्होंने बताया कि एएनपीआर के ट्रायल के दौरान ही बीते एक महीने में करीब 50 लाख वाहन इस एक्सप्रेस वे से गुजरे हैं। उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस-वे को 1 अप्रैल को ही आम लोगों के लिए खोला गया था। ऑटोमेटिक नंबर प्लेटर रीडर सिस्टम के जरिए ट्रेस किए गए वाहनों की डिटेल कंट्रोल रूम को मिल चुकी है। बताया जा रहा है कि टोल टैक्स तय करने और फास्टैग के जरिए वसूली में इसकी मदद ली जाएगी। डासना से पहले बनाए गए अत्याधुनिक टोल प्लाजा का काम चल रहा है। एक प्राइवेट कंपनी को टोल टैक्स वूसली के लिए अस्थाई ठेका भी दिया गया है। यहां टोल वसूली को छोड़कर हर रोज 2 लाख वाहनों को ट्रैक किया जा रहा है।