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धर्म गुरुओं ने मुसलमानों को सोशल मीडिया के मैसेजों से सावधान रहने की दी सलाह धरनारत लोग नारे लगा रहे थे- हिन्दू-मुस्लिम, सिख-ईसाई, महंगाई से आफत आई, एक-दो-तीन-चार, बंद करो ये भ्रष्टाचार जैसे नारे लगा रहे थे। समिति के प्रदीप सिंह ने कहा कि पिछले काफी समय से महंगाई की मार जनता झेल रही है। उन्होंने कहा कि डीजल, पेट्रोल हो या रसोई गैस का सिलेंडर, खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भी काफी वृद्धि हुई है। बिजली की दरों में काफी वृद्धि हो चुकी है। नए-नए टैक्स जनता पर थोपे जा रहे हैं। पिछले काफी समय से देखा जा रहा है कि गरीब आदमी अपना पेट दाल सब्जी नहीं मिलने पर प्याज और रोटी से अपना पेट भर लेता था। आज प्याज 80 और 100 रूपये तक पहुंच चुका है। आम आदमी और गरीब को आज रोटी खाना और पेट भरना भी दूभर हो गया है। प्याज की जमाखोरी को रोका जाए। यह सरकार को ध्यान देना चाहिए। जो लोग प्याज की कालाबाजारी कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
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CBSE ने जारी किए बोर्ड परीक्षाओं केे Sample Question Papers, यहां देख सकेंगे छात्र सम्राट मलिक ने कहा कि जो सरकार युवाओं को रोजगार नही दे सकती। ऐसी सरकार को बने रहने का कोई हक नहीं है। पढ़े-लिखे युवाओं को पकौड़े बेचने जैसे कार्य को रोजगार कहने वाली सरकार के ये शर्म नहीं आती कि क्या कहना चाह रही है और क्या कर रही है। उन्होंने कहा कि डीजल-पेट्रोल के दामों में वृद्धि से लोगों की कमर टूट चुकी है। लोगों को रसोई गैस तो दे दी, पर लेकिन महंगाई ऐसी है कि लोग दोबारा सिलेंडर नहीं ले पा रहे हैं। जुमले की इस सरकार जहां पेट्रोल, डीजल की लगातार बढ़ी कीमतों पर रोक लगाने में जहां विफल रही है वहीं युवाओं को रोजगार देने का वादा पूरा नहीं किया।
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