देसी शराब अभी तक प्लास्टिक की बोतलों में आती थी। शौकीन शराब को पीकर बोतल इधर-उधर फेंक देते हैं जिसके निस्तारण में नगर निगम से लेकर नगर पंचायतों के सफाई कर्मचारियों को काफी परेशानी आती थी। प्लास्टिक की बोतलों को लेकर आ रही दिक्कतों और देशी शराब में मिलावट की घटनाओं को देखते हुए आबकारी विभाग ने प्लास्टिक (plastic) की बोतलों अंकुश लगाने का निर्णय लिया। अब देसी शराब ट्रेटा पैक में उपलब्ध होगी। ट्रेटा पैक में देशी शराब की खेप दुकानों पर पहुंच गई है।
देसी शराब की दुकानों पर रोजाना 3 से 3:50 लाख प्लास्टिक की बोतल खाली होती है। महीने में यह संख्या 80 से 90 लाख बोतल तक पहुंच जाती है। लाखों की संख्या में खाली होने वाली बोतलों का निस्तारण बड़ी समस्या है। जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि अब सभी देशी की दुकानों में ट्रेटा पैक में ही शराब मिलेगी। इससे मिलावट की संभावना पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।