ज्ञात हो कि 26 सितंबर 2021 को योगी मंत्रीमंडल के विस्तार में पहली बार विधायक दिनेश खटीक को जलशक्ति व बाढ़ नियंत्रण मंत्रालय के पद से नवाजा गया था। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार हस्तिनापुर सीट से किस्मत आजमाई थी और बसपा के योगेश वर्मा को हराया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने पाला बदलकर गठबंधन प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले योगेश वर्मा को कड़े मुकाबले में शिकस्त देते हुए लगातार दूसरी बार जीतने का इतिहास रचा था। क्योंकि इससे पहले कोई भी विधायक लगातार दो बार हस्तिनापुर सीट नहीं जीत सका था।
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यूपी में ट्रान्सफर घोटाला: PWD विभाग के एमडी और मंत्री जितिन प्रसाद के निजी सचिव… आरएसएस की पृष्ठभूमि से आते हैं दिनेश खटीक बता दें कि मेरठ के फलावदा के मूलनिवासी दिनेश खटीक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि से हैं। उनकी तीन पीढ़ियां संघ परिवार से हैं। उनसे पहले उनके पिता देवेंद्र कुमार और दादा बनवारी खटीक संघ परिवार से थे। दिनेश खटीक 1994 में फलावदा के खंड कार्यवाह बने थे। इसके बाद वे विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत भाजपा में विभिन्न पदों पर रहे।
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यूपी के दो मंत्री दिनेश खटीक व जितिन प्रसाद ने मांगा अमित शाह से मिलने का समय दिनेश खटीक का सामाजिक और राजनीतिक सफर दिनेश खटीक पहली बार 1994 में फलावदा के खंड कार्यवाह बने थे। इसके बाद 2006 तक उन्होंने विहिप और बजरंग दल के लिए काम किया। 2007 में खटीक भाजपा मेरठ के जिला मंत्री बने और 2010 में जिला उपाध्यक्ष तो 2013 में जिला महामंत्री बने। 2017 में पहले बार उन्हें भाजपा ने हस्तिनापुर विधानसभा सीट से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा और पहली ही बार में वह पार्टी हाईकमान की उम्मीदों पर खरे उतरे। जिसके चलते 2021 में उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया। बता दें कि दिनेश खटीक का परिवार शुरू से ही ईंट भट्टे का कारोबार करता आया है।