केंद्र व्यवस्थापक 200 मीटर की दूरी पर
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि बोर्ड परीक्षाआें के दौरान जीआर्इसी को छोड़कर अन्य सभी विद्यालयों के प्रबंध समिति, केंद्र व्यवस्था के लोग परीक्षा केंद्र से 200 मीटर की दूरी पर रहेंगे। इन परीक्षाआें में विश्वविद्यालय का व्यक्ति सहायक केंद्र व्यवस्थापक की भूमिका निभाएगा। साथ ही परीक्षा केंद्रों पर जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग आैर संबंधित थाने के लोग मौजूद होंगे। इसके बावजूद उस परीक्षा केंद्र पर नकल होने की शिकायत आती है, एेसे परीक्षा केंद्र डिबार घोषित किए जाएंगे आैर उनकी मान्यता को खत्म करने पर भी विचार होगा।
एनसीर्इआरटी पाठ्यक्रम आैर शिक्षकों की नियुक्ति
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में एनसीर्इआरटी पाठ्यक्रम लागू करने की तैयारी की जा रही है। इसमें एक महीने का समय आैर लग सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए शिक्षकों की भर्तियां भी होंगी आैर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए माध्यमिक शिक्षक चयन बोर्ड का गठन किया जा रहा है, इसके अंतर्गत शिक्षकों की कमी पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा को बेहतर बनाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
नकल माफियाआें पर शिकंजा
हार्इस्कूल आैर इंटरमीडिएट परीक्षाआें में बड़े स्तर पर नकल कराने वाले नकल माफियाआें पर अभी से नजर रखी जा रही है आैर इन्हें चिन्हित किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि नकल माफियाआें पर हर हाल में शिकंजा कसा जाएगा, क्योंकि परीक्षा में नकल कराने में इनकी अहम भूमिका रही है। इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सांसद राजेंद्र अग्रवाल व सरधना विधायक संगीत सोम भी मौजूद थे।